दरिंदों को फांसी की सजा दिलाना चाहती है पीड़िता सिमरन
सीतामढ़ी : दुनिया की भीड़ में जो भी मिला, जिस्म को रौंदता रहा. जिस पर विश्वास किया, उसी ने खुशियां लूट ली.अब तो जिंदगी भी बोझ बन गयी है. लेकिन जिंदगी के साथ सांस का डोर टूटने की आहट के बीच कभी- कभी ऐसा कुछ हो जाता है, जिससे जीने की उम्मीद जग जाती है. […]
सीतामढ़ी : दुनिया की भीड़ में जो भी मिला, जिस्म को रौंदता रहा. जिस पर विश्वास किया, उसी ने खुशियां लूट ली.अब तो जिंदगी भी बोझ बन गयी है. लेकिन जिंदगी के साथ सांस का डोर टूटने की आहट के बीच कभी- कभी ऐसा कुछ हो जाता है, जिससे जीने की उम्मीद जग जाती है. पूर्वी चंपारण जिले के ढाका के चर्चित सिमरन यौन शोषण कांड में बुधवार को मोतिहारी कोर्ट द्वारा दो आरोपियों मो इजरारूल मियां व मो इसरार को दोषी ठहराये जाने के बाद अपनों की मारी सिमरन को जहां एक बार फिर न्याय मिलने की उम्मीदें जग गयी,
वहीं आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए उसमें जीने की चाह जग गयी. पटना रिमांड होम में रह रहीं सिमरन ने मोतिहारी कोर्ट द्वारा दो आरोपियों को दोषी ठहराये जाने पर संतोष जताया.
प्रभात खबर के साथ बातचीत में उसने कहा कि मुख्य आरोपी शमीम समेत तमाम गुनहगारों को फांसी की सजा दिलाना हीं उसका मकसद है. उसने साफ किया की उसके गुनहगारों की कमी नहीं है.
लगातार गुनहगार बढ़ रहे है. लेकिन गुनहगारों को उनके गुनाह की सजा दिलाना हीं उसकी जिंदगी का मकसद रह गया है. उसने कोर्ट में पूरी आस्था जतायी. मोतिहारी कोर्ट द्वारा बुधवार को मामले में फैसला दिये जाने की खबर के बाद सीतामढ़ी में हलचल रहीं. लोग इस मामले में सजा होने को लेकर एक-दूसरे से जानकारी लेते रहे. टीवी देखते रहे है और अखबार के दफ्तर में कॉल कर जानकारी लेते रहे.
क्या है मामला : सीतामढ़ी जिले के एक गांव की रहने वाली सिमरन का हंसता खेलता परिवार था. उसके पिता राजीव कुमार मूक बधिर था. भाई अमनदीप व मां खुशबू समेत चार लोगों की जिंदगी आराम से कट रहीं थी. लेकिन अचानक इस परिवार को मानो जमाने की नजर लग गयी. तीन जनवरी 2009 को उसके भाई अमनदीप,13 वर्ष का स्कूल जाते वक्त फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया. बाद में अपहर्ताओं ने उसकी हत्या कर दी. बेटे की मौत के बाद परिवार सदमे से बाहर आता,
इसी बीच ढाका निवासी शमीम का खुशबू से प्रेम प्रसंग हो गया. प्रेमी के साथ मिलकर खुशबू ने ही अपने पति राजीव की हत्या करा दी. 31 दिसंबर 2012 को राजीव का शव शिवहर-पूर्वी चंपारण जिले के सीमा पर मिला था. इसके बाद खुशबू ने ढाका निवासी शमीम के साथ शादी कर ली. शमीम, खुशबू व बेटी के साथ सिलीगुड़ी चला गया. जहां उसने मौका देख खुशबू की हत्या कर दी. बेटी के साथ ढाका लौटे शमीम की नजर एक ओर जहां खुशबू के प्रापर्टी पर थी, वहीं दूसरी ओर सिमरन के जिस्म पर. उसने पहले बाप – बेटी के रिश्ते को शर्मसार करते हुए सिमरन के साथ जिस्मानी संबंध बनाने की कोशिश की.
सिमरन के विरोध करने के बाद उसे बंधक बना एक कमरे में बंद कर दिया. इस दौरान नशे की सुई देकर न केवल जिस्मानी संबंध बनाया, बल्कि उससे देह व्यापार भी कराता रहा. आखिर में शमीम ने सिमरन के साथ निकाह करने का फैसला लिया. निकाह के बाद उसकी संपत्ति पर कब्जा जमाने के बाद सिमरन को अरब के एक व्यापारी से 7 लाख में बेचने की तैयारी भी कर रखी थी. इसी बीच 24 फरवरी 2015 को ढाका पुलिस की छापेमारी में सिमरन मुक्त करायी गयी थी. तब से वह नाना के घर पर हीं रह रहीं थी. लेकिन शमीम की हैवानियत का दर्द लिए ढाका से बाजपट्टी पहुंची सिमरन का बदकिस्मती से नाता नहीं टूटा. फरवरी 2016 से ही शमीम अपने गुर्गों की मदद से सिमरन पर केस उठाने का दबाव बना रहा था. इस दौरान उसकी हत्या की भी साजिश रची गयी. सितंबर 2016 में शमीम के गुर्गे ने सिमरन के कमरे में घुस कर दुष्कर्म का प्रयास किया था. वहीं सिमरन की हत्या की भी कोशिश की थी
हालांकि उसकी सुरक्षा में तैनात महिला आरक्षियों ने मौके से ही आरोपी को दबोच लिया था. जबकि 18 मई की रात उसका सगा मामा ने ही उसकी आबरू लूट ली. के अनुसार बाजपट्टी आने के बाद से हीं उसका मामा उसके साथ लगातार जिस्मानी संबंध बनाता आ रहा था. विरोध करने पर धमकी देता था. इतना ही नहीं मामला उससे जिस्मफरोसी का धंधा कराना चाहता था. मानसिक रूप से बीमार पड़ती जा रहीं सिमरन मामा के करतूतों को मोबाइल में कैद भी कर रहीं थी. सिमरन ने उक्त वीडियो फूटेज पुलिस को सौंपा था. 19 मई को पुलिस ने मामला दर्ज कर सिमरन की मामी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
जबकि मामा अभी फरार चल रहा है. बाद में पुलिस ने सिमरन को महिला अल्पावास गृह भेज दिया था, जहां से उसे रिमांड होम पटना भेज दिया गया है. बताते चले की 25 नवंबर 2016 को शमीम को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जहां उसके आइएसआइ से संबंध उजागर हुए थे. शमीम इन दिनों नेपाल जेल में बंद है.
लिहाजा इस मामले में मोतिहारी कोर्ट ने शमीम पर चर्चा नहीं की.
मोतिहारी कोर्ट द्वारा यौन शोषण के मामले के दो आरोपितों को दोषी करार दिये जाने के बाद सिमरन ने न्याय मिलने का जताया भरोसा
पटना रिमांड होम में रह रही सिमरन ने कहा गुनहगारों को सजा दिलाना ही जिंदगी का एकमात्र मकसद
पहले मां के प्रेमी व बाद में सगे मामा के अस्मत लूटे जाने के बाद रिमांड होम भेजी गयी है सिमरन
दर्दों का फसाना बन गयी है सिमरन की जिंदगी
मां, बाप, भाई की हो चुकी है हत्या
मुख्य आरोपी आइएसआइ एजेंट शमीम है नेपाल के जेल में बंद
संपत्ति हड़पने के बाद उसे बेचने की तैयारी में था ढाका निवासी शमीम