15 से काम करेगा बाढ़ कक्ष
डुमरा : जिले में बाढ़ की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. आपदा प्रबंधन विभाग जहां एक ओर बाढ़ से उत्पन्न स्थितियों पर काबू पाने की तमाम तैयारी में लग गया है, वहीं अधिकारियों को आवश्यक आदेश -निर्देश भी जारी करना शुरू कर दिया है. जिला मुख्यालय डुमरा स्थित आपदा […]
डुमरा : जिले में बाढ़ की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. आपदा प्रबंधन विभाग जहां एक ओर बाढ़ से उत्पन्न स्थितियों पर काबू पाने की तमाम तैयारी में लग गया है, वहीं अधिकारियों को आवश्यक आदेश -निर्देश भी जारी करना शुरू कर दिया है.
जिला मुख्यालय डुमरा स्थित आपदा प्रबंधन कार्यालय में बाढ़ नियंत्रण केंद्र की स्थापना की गयी है. यह केंद्र 15 जून से काम करने लगेगा. इस केंद्र पर रोजाना विभिन्न नदियों के जलस्तर का दैनिक प्रतिवेदन भेजने का आदेश दिया है. इस केंद्र पर अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी कर दिया गया है.
इसके अलावा तमाम प्रखंडों में वर्षामापी यंत्र लगा दिये गये है. वहीं प्रखंडों को नाव भी मुहैया करा दिया गया है. बाढ़ के मद्देनजर अनाज, दवा व पशु चारा के भंडारण का आदेश दिया गया है. साथ ही तमाम बंद पड़े चापाकल को चालू कराने के लिए पीएचइडी के अभियंता को निर्देश दिया गया है.
सीडीपीओ देंगी प्रतिवेदन: बाढ़ से प्रभावित गांवों की पहचान कर गरीब परिवारों, निराश्रितों, निशक्त, बीमार, गर्भवती व धातृ महिलाओं की की सूची तैयार करने व इसका प्रतिवेदन सीडीपीओ को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. साथ हीं शरण स्थल, सरकारी भवन व राजमार्ग आदि का नक्शा तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
प्रखंडों को नाव उपलब्ध : आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रखंडों को नाव उपलब्ध करा दिया गया है.इसके तहत मेजरगंज में 9, परसौनी में 14, बैरगनिया प्रखंड में 11, बाजपट्टी में 7, बथनाहा में 2, बेलसंड में 28, बोखड़ा में 15, चोरौत में 4, डुमरा में 4, नानपुर में 16, परिहार में 7, पुपरी में 20, रीगा में 3, रून्नीसैदपुर में 32, सोनबरसा में 13, सुप्पी में 8 व सुरसंड में 14 नावें उपलब्ध करायी गयी है.