इधर, सीतामढ़ी में संदिग्ध आतंकी धराया!
सीतामढ़ी : एटीएस की टीम ने नगर थाना पुलिस के सहयोग से पुपरी थाने के बेदौल गोट में छापेमारी कर मुश्ताक खान के पुत्र संदिग्ध आतंकी पप्पू खान को गिरफ्तार किया है. वहीं उसके पास से कई बैंक एटीएम, डेबिट कार्ड, गुगल कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड व एक कीमती मोबाइल जब्त किया […]
सीतामढ़ी : एटीएस की टीम ने नगर थाना पुलिस के सहयोग से पुपरी थाने के बेदौल गोट में छापेमारी कर मुश्ताक खान के पुत्र संदिग्ध आतंकी पप्पू खान को गिरफ्तार किया है. वहीं उसके पास से कई बैंक एटीएम, डेबिट कार्ड, गुगल कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड व एक कीमती मोबाइल जब्त किया है, जिससे एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है. पप्पू खान के हैदराबाद निवासी सदरे आलम द्वारा बनाये गये ‘बदमाश कंपनी’ नामक व्हाट्सएप ग्रुप
इधर, सीतामढ़ी में
का सदस्य
होने के बाद पुलिस व एटीएस के कान खड़े हो गये हैं. वजह हैदराबाद का इलाका आंतकियों के लिए शरणस्थली रहा है. लिहाजा प्रभारी एसपी प्रकाश नाथ मिश्रा ने सीतामढ़ी पुलिस की एक टीम को हैदराबाद भेज कर मामले की जांच कराने का आदेश दिया है. वहीं एटीएस की पूछताछ के बाद संभव है कि इस मामले की जांच को एनआइए भी सीतामढ़ी पहुंचे. एक खास समुदाय के लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द का उपयोग करने व गाली देने के हेट स्पीच वीडियो के वायरल होने के मामले में एक्शन में आयी सुरक्षा एजेंसियों ने बेदौल गोट निवासी पप्पू खान को गिरफ्तार किया है.
बेदौल गोट का रहनेवाला
पप्पू खान मूल रूप से बेदौल गोट का रहनेवाला है. पांचवीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त करनेवाला पप्पू कोलकाता में जड़ी का काम करता है. तीन साल पूर्व वह कोलकाता से गांव लौटा था. तब से वह गांव में ही रह रहा है. पप्पू का मौसेरा भाई सदरे आलम हैदराबाद में रहता है. सदरे आलम ने व्हाट्स ग्रुप ‘बदमाश कंपनी’ बना रखी है, जिसमें पप्पू समेत 41 सदस्य हैं. कुछ दिन पूर्व पप्पू ने हेट स्पीच वीडियो रिकॉर्ड कर मौसेरे भाई सदरे आलम को भेजी थी. वीडियो में उन्मांद फैलानेवाले शब्द के साथ गाली-गलौज की गयी थी. सदरे आलम ने उक्त वीडियो को यू ट्यूब पर अपलोड कर दिया था. इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से यह वीडियो वायरल हो गया.
दो लाख से अधिक लोगों ने देखा वीडियो
इस वीडियो को दो लाख से अधिक लोगों ने देखा था. वीडियो में पप्पू ने खुद का नाम मो अली सिद्दिकी व खुद को सीतामढ़ी का रहनेवाला बताया था. वीडियो के वायरल होने के बाद एटीएस पटना की टीम सक्रिय हुई, जबकि नगर थाने में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. सर्किल इंसपेक्टर मुकेश चंद्र कुंवर को अनुसंधानक बनाया गया. इस दौरान प्रभारी एसपी के निर्देश पर डुमरा थाना के अवर निरीक्षक मो अमान अशरफ के नेतृत्व में पुलिस की टीम को दिल्ली भेजा गया.