बेलसंड(सीतामढ़ी). थाना क्षेत्र में भगवान की प्राचीन मूर्तियों की चोरी नहीं रूक रही. गुरुवार की रात चोरों ने थाना क्षेत्र के दयानगर गांव में स्थित राम जानकी मंदिर से माता जानकी की अष्टधातु की प्राचीन मूर्ति चोरी कर ली. शुक्रवार की सुबह मंदिर के गर्भगृह स्थित सिंहासन से माता जानकी की मूर्ति गायब रहने की खबर सुनकर ग्रामीण भौंचक रह गये. खबर सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां जुट गये. हालांकि मंदिर के सिंहासन पर भगवान राम व लक्ष्मण की मूर्ति सुरक्षित है. मंदिर के वर्तमान व्यवस्थापक ज्योति सिंह के आवेदन पर शुक्रवार को थाने में अज्ञात चोरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बताया गया है कि मूर्ति ढाई फीट लंबी एवं 30 किलो वजनी थी. इसकी कीमत करोड़ों में बतायी जा रही है. इस मंदिर में चोरी की ये तीसरी घटना है. इससे पहले चोरों ने मूर्ति चुराकर ले गए फिर कुछ दिनों बाद फिर से मंदिर प्रांगण में रख गए थे. मालूम हो कि यह मंदिर काफी पुराना और प्रसिद्ध है. साथ ही आधुनिक सुख सुविधाओं से लैश है. लगभग 100 वर्ष पहले गांव के ठकुराइन रामवरत देवी ने अष्टधातु की राम-जानकी की मूर्ति के साथ पांच एकड़ जमीन भगवान राजीव लोचन के नाम से रजिस्ट्री की थी. मंदिर के प्रथम सेवैत रामविलास दास ने इसके पूर्व से मंदिर के महंत थे. उनके वंशज सतीश कुमार सिंह ने बताया कि लक्ष्मण जी की मार्बल की प्रतिमा उनके पूर्वजों द्वारा लगायी गयी थी. राम व जानकी के अष्टधातु की मूर्ति ठकुराइन रामवरत देवी ने लगभग 100 साल पहले दान स्वरूप दी थी. थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर नवलेश कृुमार आजाद ने बताया कि प्राथमिकी के आलोक में जांच की जा रही है. जल्द ही चोरी गयी मूर्ति बरामद कर ली जायेगी.
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