सीतामढ़ी. लंबित वेतन को लेकर रून्नीसैदपुर सीओ और अंचल के कर्मियों के बीच विवाद गहरा गया है. एक ओर जहां कर्मियों ने डीएम से सीओ के खिलाफ शिकायत कर रखी है, तो उक्त शिकायत के बाद अब सीओ आदर्श गौतम ने प्रधान लिपिक अजीत कुमार व कलर्क किरण गुप्ता से एक नहीं, बल्कि सात बिंदुओं पर जवाब मांगा है. दरअसल, कर्मियों की शिकायत पर डीएम रिची पांडेय ने सीओ को कॉल कर पूछताछ की थी. — क्या है कर्मियों की शिकायत. प्रधान लिपिक सिंह समेत 14 कर्मियों ने डीएम को सौंपे आवेदन में सीओ पर वेतन लंबित रखने के साथ ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगा रखा है. इसके आलावा कार्रवाई करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है. उक्त शिकायतों के आलोक में सीओ ने प्रधान लिपिक और कलर्क किरण गुप्ता से पूछा है कि कब, कहां और किस प्रकार से वे प्रताड़ित करते है. अगर ऐसी बात थी तो प्रधान लिपिक के नाते उन्हें क्यों नही बताया ? पूछा है कि अप्रैल के वेतन पंजी के प्रथम पृष्ठ पर “विपत्र पंजी ” व कोष्ठ में संविदा कर्मी लिखा हुआ है. यह कैसा पंजी है ? कारण कि वेतन के लिए जो पंजी उपयोग होता है, उसे भरपाई पंजी/एक्यूटेंस रोल/रजिस्टर कहा जाता है. कहा है कि अगर मासिक वेतन को विपत्र पंजी पर बनाया जाता है, तो वेतन भरपाई पंजी कहां है ? — सीओ के सवालों से खलबली बताया गया है कि सीओ गौतम के सवालों से कर्मियों में खलबली मच गई है. सीओ ने पूछा है कि वेतन के बिल पर कलर्क का हस्ताक्षर नही है. प्रधान सहायक का हस्ताक्षर है. ऐसे में वे बिल पर कैसे हस्ताक्षर कर दें ? उनका सवाल है कि जब पंजी का उनका हस्ताक्षर बाकी था, तो उनकी बिना स्वीकृति मासिक भुगतान के लिए बिल उनके लॉगिन में क्यों भेजी गई ? इस तरह के अन्य कई सवाल सीओ पूछे है. उन्होंने दोनों कर्मियों से इस आशय का जवाब मांगा है कि क्यों नही कानूनी कार्रवाई के साथ विभागीय कार्यवाही के लिए वरीय पदाधिकारी को रिपोर्ट किया जाए.
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