Bihar News: सीतामढ़ी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नशीली दवा और प्रतिबंधित टेबलेट के साथ चार तस्कर गिरफ्तार
Bihar News: सीतामढ़ी में पुलिस ने छापेमारी कार्रवाई करते हुए 1107 बोतल नशीली दवा व प्रतिबंधित टेबलेट के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है.
Bihar News: सीतामढ़ी. बिहार के सीतामढ़ी में सोनबरसा थाने की पुलिस गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार की देर शाम अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है. इस कार्रवाई में पुलिस ने भारी मात्रा में कोरेक्स नशीली दवा और टेबलेट बरामद किया है. इसके साथ ही चार तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार तस्कर की पहचान थाना क्षेत्र के चांदनी चौक सोनबरसा गांव निवासी अरविंद महतो के पुत्र नवीन कुमार महतो, चिलरा गांव निवासी अमीरी राउत के पुत्र बबलू राउत व रुपनारायण प्रसाद के पुत्र अरुण कुमार एवं चिलरी गांव निवासी रामेश्वर महतो के पुत्र रौशन कुमार के रूप में की गयी है.
अलग-अलग जगहों पर पुलिस टीम ने की छापेमारी
थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार कुशवाहा ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा हनुमान चौक से पूरब रोड किनारे टायर पंचर की दुकान के समीप अलग-अलग झोला में तीनों तस्कर से 50 बोतल नशीली दवा कोरेक्स(100 एमएल) बरामद की गयी. पूछताछ के आधार पर चांदनी चौक स्थित नवीन कुमार के घर की तलाशी ली, तो प्लास्टिक के बोरी में 457 बोतल नशीली दवा कोरेक्स व 600 पीस प्रतिबंधित टेबलेट बरामद किया गया. इस संबंध में मादक द्रव्य एवं मनोतेजक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार सभी चार तस्करों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
ओपीडी में कोई चिकित्सक नहीं मिले उपस्थित
मोतिहारी में स्वास्थ्य विभाग देहाती व सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए लगातार प्रयासरत है. इधर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहाल है. अनुमंडलीय अस्पताल में बीडीओ के निरीक्षण में साढ़े 9 बजे तक ओपीडी में कोई डॉक्टर उपस्थित नहीं थे. वहीं इमरजेंसी डयूटी में सिर्फ एक डॉक्टर उपस्थित थे, लेकिन कोई कर्मी उपस्थित नहीं पाया गया. दंत चिकित्सक, आंख चिकित्सक, बीपी , वेट जांच कक्ष में ताला लटका पाया गया. वहीं अस्पताल में उपस्थित सरेया पंचायत के मरीज सुनील सहनी ने बताया कि मारपीट में परिवार के आधा दर्जन लोग जख्मी है. साढ़े आठ बजे सभी जख्मी अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में इमरजेंसी में डॉक्टर उपस्थित थे, लेकिन जीएनएम व कर्मी नहीं रहने के कारण आधा घंटा तक खून से लथपथ मरीज तड़पता रहा. काफी देर बाद प्रसव कक्ष से एएनएम और डेरा से एक कर्मी को बुलाकर पट्टी दवा कराया गया.