Bihar News: समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में आयोजित संसदीय समिति की बैठक में सीतामढ़ी सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने रेलवे की सुविधाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पेश किए. उन्होंने सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की भी मांग की. सीतामढ़ी स्टेशन का नाम बदलकर सीतामढ़ी धाम स्टेशन करने की मांग रखी गई है. साथ ही सांसद ने यात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए विभिन्न सुझाव दिए.
बैठक में पेश किए गए प्रमुख प्रस्ताव और मांगें-
सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन का नामकरण
सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने बैठक में सीतामढ़ी स्टेशन का नाम बदलकर “सीतामढ़ी धाम स्टेशन” करने का प्रस्ताव रखा. उनका इसको लेकर तर्क देते हुए कहा कि यह स्थान माता सीता की जन्मस्थली है और इसका सांस्कृतिक महत्व है. सांसद ठाकुर ने वासिंग पिट की कमी को प्रमुख समस्या बताया. उन्होंने बताया कि वासिंग पिट न होने के कारण सीतामढ़ी में नई ट्रेनों का परिचालन बाधित हो रहा है. इसके चलते स्टेशन पर ट्रेनें अधिक समय तक नहीं रुक पाती हैं.
दिव्यांगों के लिए अलग टिकट काउंटर
सांसद ने बैठक में दिव्यांगों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए रेलवे स्टेशन पर अलग टिकट काउंटर की मांग की. वर्तमान में एक ही टिकट काउंटर है, जिसकी वजह से विशेष जरूरतों वाले यात्रियों को अधिक परेशानी होती है. उन्होंने सीतामढ़ी से पटना जाने वाली ट्रेन (15505) दरभंगा-पाटलिपुत्रा का सीतामढ़ी के डुमरा, गाढ़ा, रुन्नीसैदपुर और रामवृक्ष बेनीपुरी गांव जैसे स्टेशनों पर ठहराव की मांग की. उन्होंने कहा कि यदि इन स्टेशनों पर दो-दो मिनट का ठहराव सुनिश्चित कर दिया जाए तो स्थानीय यात्रियों को फायदा होगा.
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रुन्नीसैदपुर प्लेटफार्म का निर्माण
बैठक के दौरान रुन्नीसैदपुर में प्लेटफार्म की कमी की समस्या भी उठाई गई. सांसद ने प्लेटफार्म निर्माण की मांग की ताकि यात्रियों को सुविधा हो सके. सांसद देवेश चंद्र ठाकुर की तरफ से सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन के विकास के लिए उठाए गए कदमों से स्थानीय यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद है. उनके प्रस्तावों का उद्देश्य रेलवे सुविधाओं को बेहतर बनाना और यात्रियों की परेशानी को दूर करना और उनके अनुभव को अच्छा बनाना है.
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