सीतामढ़ी में खुद का घर फूंका, जी न भरा तो तीन बच्चों संग तालाब में कूदकर दी जान

बेला थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर गांव में 30 वर्षीय मंजु नामक महिला ने पति से फोन पर हुए मामूली विवाद को लेकर अपने घर में आग लगाने के बाद तीन बच्चों संग तालाब में कूद कर जान दे दी.

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2024 9:40 PM

बेला (सीतामढ़ी). बेला थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर गांव में 30 वर्षीय मंजु नामक महिला ने पति से फोन पर हुए मामूली विवाद को लेकर अपने घर में आग लगाने के बाद तीन बच्चों संग तालाब में कूद कर जान दे दी. बुधवार की सुबह तालाब से चारों शव बरामद होने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. कुछ ही देर में तालाब के पास स्थानीय समेत आसपास के गांव के हजारों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गयी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक जांच-पड़ताल व पूछताछ के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सीतामढ़ी भेज दिया. बाद में एसपी मनोज कुमार तिवारी के घटनास्थल पर पहुंचने पर मुखिया भारत भूषण समेत सैकड़ों ग्रामीणों ने बताया कि महिला का पति लुधियाना में सिलाई का काम करता है. मंगलवार की शाम फोन पर विवाद होने के बाद महिला ने घर में आग लगाने के बाद बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली. मृतकों की पहचान श्रीरामपुर गांव निवासी संजीव कुमार की 30 वर्षीया पत्नी मंजू देवी, 6 वर्षीय पुत्र आर्यन कुमार, चार वर्षीय पुत्र सुशांत कुमार तथा 2 वर्षीय पुत्र हिमांशु कुमार के रूप में हुई है. –सिलिंडर निकाल कर घर को ब्लास्ट होने से बचाया ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम पड़ोसी बनवारी साह की पुत्रवधू छत पर तुलसी के पौधे के पास दीप जलाने गयी. वहां से संजीव के घर से धुआं निकलते देख उसने शोर मचाना शुरू किया. ग्रामीण जुटे तो देखा कि घर के बाहर ताला लगा हुआ है. बिजली से आग लगने की आशंका होने पर सुशील नामक ग्रामीण ने लाउडस्पीकर से घटना की जानकारी देते हुए बिजली मिस्त्री को जल्द से जल्द घटनास्थल पर आने का आग्रह किया. रामईश्वर नामक मिस्त्री के पहुंचने से पहले ग्रामीण ताला तोड़ने के प्रयास में जुट गये थे. ताला टूटने पर अंदर से आग की लपटें बाहर निकल रही थी. अंदर में दो गैस सिलेंडर को देख रामईश्वर व रामबाबू साह समेत अन्य ग्रामीणों ने जान पर खेलकर दोनों सिलिंडर को बाहर निकाला. इधर ग्रामीण आग पर पानी फेंकने लगे थे. प्रयास का परिणाम यह रहा कि अंदर में बाइक व जेवरात समेत चार लाख का सामान तो जल गया, लेकिन घर ब्लास्ट होने से बच गया. बॉक्स में लोगों को लगा कि महिला घर में ताला लगाकर नरगा एवं मलाही गांव में लगे जन्माष्टमी का मेला देखने चली गयी होगी. लोगों ने दोनों मेला में महिला को घर जाने के लिए लाउडस्पीकर पर घोषणा करायी. उसके मायके शिवनगर मेें तलाश करते हुए मंजू के पिता ठागा साह को भी जानकारी दी गयी. देर रात तक खोजबीन करने के बाद भी महिला व बच्चों का पता नहीं चला. बॉक्स में बुधवार की सुबह तालाब की ओर गये लोगों की नजर तालाब में उपलाते शव पर पड़ी. इसके बाद एक-एक कर चारों शवों को तालाब से बाहर निकाला गया. ग्रामीणों ने बताया कि मंजू का पति संजीव लुधियाना में रहकर सिलाई का काम करता है. लुधियाना में ही उसकी साली एवं पति भी रहते हैं. लुधियाना में संजीव ने किसी के घर उल्टी कर दी. उसने संजीव की साली को उल्टी साफ करने को कहा. उसने इसकी शिकायत श्रीरामपुर गांव में बच्चों के साथ रह रही बड़ी बहन मंजू से की. इसके बाद मंजू एवं उसके पति संजीव में फोन पर विवाद हुआ था. कुछ ग्रामीणों का कहना है कि मंजू मेला घूमने के लिए पांच हजार रुपये मांग रही थी. रुपया नहीं मिलने पर क्रोध में उसने यह किया है. पुलिस निरीक्षक रमाशंकर कुमार ने बताया कि मृतका के पिता ठागा शाह के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है. बोले एसपी अब तक जांच में यह कहा जा सकता है कि महिला ने पति से विवाद के बाद क्रोध में आकर बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली है. किसी के शरीर पर किसी तरह के जख्म का निशान नहीं है. अगर दूसरी कोई बात होगी तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हो जायेगा. मनोज कुमार तिवारी, एसपी ———

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