दूसरे राज्यों के पदस्थापित शिक्षकों के फोल्डर की मांग
बीपीएससी के तहत जिले में पदस्थापित शिक्षकों की मुश्किलें अभी भी कम नहीं हुई है. हाल तक सभी शिक्षक जांच के दायरे में थे.
सीतामढ़ी. बीपीएससी के तहत जिले में पदस्थापित शिक्षकों की मुश्किलें अभी भी कम नहीं हुई है. हाल तक सभी शिक्षक जांच के दायरे में थे. इन शिक्षकों की वैधता की जांच के लिए हाल के महीनों ने विभाग के निर्देश पर स्थानीय डीपीओ कार्यालय में शिक्षकों का थंब इंप्रेशन लिया गया था. अब इन शिक्षकों का फोल्डर मांगा जा रहा है. डीपीओ, स्थापना ने सभी बीईओ को पत्र भेज तीन दिनों के अंदर फोल्डर का डिमांड किया है.
— दूसरे राज्यों के शिक्षक का ही फोल्डर
गौरतलब है कि बीपीएससी के तहत दो चरणों में जिले में बड़ी संख्या में शिक्षक बहाल हुए थे. इनमें से कुछ शिक्षक दूसरे राज्यों के भी है, जो जिला में पदस्थापित है. इन्हीं शिक्षकों का फोल्डर सभी बीईओ से मांगा गया है. तीन दिन के अंदर उक्त फोल्डर उपलब्ध नही कराने वाले बीईओ को वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट कर देने की चेतावनी दी गई है. इसकी सूचना सभी प्रधान शिक्षकों को भी दी गई है.
— प्रमाण-पत्रों की होनी है जांच
बताया गया है कि बीपीएससी के तहत बहाल दूसरे राज्यों के शिक्षकों के शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक, विद्यालय पदस्थापन प्रमाण-पत्र, योगदान पत्र, आधार कार्ड और निवास प्रमाण-पत्र आदि की जांच की जानी है. जांच के इस दायरे में उन शिक्षकों के भी प्रमाण-पत्र रखे गए है, जिनकी बहाली पूरक परिणामों के आधार पर हुई है. डीपीओ ने सभी बीईओ से दूसरे राज्यों के शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों को उनसे स्व-अभिप्रमाणित कराकर फिर खुद सत्यापित कर कार्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही संबंधित प्रधान शिक्षक से इस आशय का घोषणा-पत्र प्राप्त करेंगे कि शिक्षकों की सूची के आलावा दूसरे राज्य के अन्य कोई शिक्षक उनके स्कूल में कार्यरत नही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है