किसानो की सुविधाओं व समस्याओं पर रखे ध्यान : डीएम

प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम रिची पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.

By Prabhat Khabar News Desk | November 11, 2024 10:15 PM

डुमरा. कृषि विभाग के तत्वाधान में सोमवार को संयुक्त कृषि भवन परिसर में जिला स्तरीय रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम रिची पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस दौरान डीएम ने कृषि अधिकारी व कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों के आय में वृद्धि को लेकर कृत संकल्पित है. इसके लिए समय-समय पर किसानों के हित में कई योजनाएं संचालित किया गया है. इन योजनाओं को ससमय अंतिम पायदान पर खड़े किसानों तक पहुंचाने व उन्हें लाभान्वित करने की आवश्यकता है. साथ ही किसानों की समस्या का निदान कर ही उनके आय में वृद्धि किया जा सकता है. डीएम ने कहा कि उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने से किसानों की आय में बढ़ोतरी नहीं किया जा सकता है, बल्कि इसके लिए उनके सुविधाओं के साथ-साथ लागत कम हो इसे सुनिश्चित कर हम किसानों की आय में बढ़ोतरी कर सकते है. किसानों को समय पर बीज व उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने व किसानों को किसी तरह की असुविधा न हो इसे भी सुनिश्चित करना है. डीएम ने कृषि कर्मियों से कहा कि जिन पंचायतों में पंचायत सरकार भवन क्रियाशील है, वहां नियमित रूप से अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर किसानों की समस्या को सुने व उसका त्वरित निष्पादन कराये. उन्होंने सभी कर्मियों से कहा कि कृषि एक ऐसा क्षेत्र है, जहां हमेशा कुछ न कुछ नवीनतम तकनीक पर आधारित बदलाव होता रहता है. इसके लिए जरूरत है कि विभागीय आदेश व निर्देश से अपडेट रहे. वहीं, संयुक्त निदेशक उद्यान पवन कुमार ने कहा कि सरकार व विभाग किसानों के आमदनी बढ़ाने के लिए प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि इस कर्मशाला का उद्देश्य किसानों को नवीन तकनीक से अवगत कराना है. उन्होंने उद्यानिक फसलों को लेकर विभागीय योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया.

— 21 नवंबर से आयोजित होगी किसान चौपाल

कर्मशाला के दौरान डीएओ ब्रजेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष 80329 हेक्टेयर में गेहूं उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है. किसानों को सभी योजनाओं से अवगत कराने के उद्देश्य से 21 नवंबर से पंचायतो में किसान चौपाल का आयोजन कराया जा रहा है. वहीं 13 से 19 नवंबर तक प्रखंड स्तरीय कर्मशाला का आयोजन कर उपादान का वितरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 10337 हेक्टेयर में मसूर, 3640 हेक्टेयर में सरसो, 2793 हेक्टेयर में गन्ना व 3091 हेक्टेयर में मक्का उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है. साथ ही गेहूं के नए उन्नत प्रभेद के बीजो को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों राष्ट्रीय कृषि विकास योजना गेहूं बीज वितरण योजना के तहत किसानों को 50 फीसदी अनुदान पर 11039 क्विंटल बीज का वितरण किया जाना है. वहीं बीज ग्राम योजना के तहत 16 रुपए प्रति किलो ग्राम के दर से गेहूं का बीज उपलब्ध कराया जाएगा. इस मौके पर डीपीआरओ कमल सिंह, उप परियोजना निदेशक रजनीकांत भारती, क्षेत्रीय प्रबंधक इफको कुणाल कुमार, कृषि वैज्ञानिक डॉ राम ईश्वर प्रसाद, सहायक निदेशक उदय पंडित, अनिल कुमार, सहायक कृषि अधिकारी मनोज कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.

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