इंडो-नेपाल बॉर्डर के नो मेंस लैंड के अतिक्रमण को हल्के में ना लें : डीएम
डीएम रिची पांडेय ने सोमवार को विभिन्न विभागों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भूमि से संबंधित संवेदनशील मामलों को चिन्हित कर उसके समाधान की दिशा में गंभीरता पूर्वक प्रयास किया जाए.
सीतामढ़ी. डीएम रिची पांडेय ने सोमवार को विभिन्न विभागों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भूमि से संबंधित संवेदनशील मामलों को चिन्हित कर उसके समाधान की दिशा में गंभीरता पूर्वक प्रयास किया जाए. यह निर्देश खासकर सीओ/एसडीओ को दिया गया. प्रत्येक शनिवार को थानों पर भूमि विवाद से संबंधित मामलों का निष्पादन पूरी निष्पक्षता से करने का निर्देश दिया गया. बॉर्डर के नो मैंस लैंड पर हुए अतिक्रमण को हटाने को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए गए. मौके पर एसएसबी के पदाधिकारी भी उपस्थित थे. संबंधित डीसीएलआर, सीओ व थानाध्यक्षों को नो मैंस लैंड का नियमित रूप से विजिट करने को कहा गया. इसे हल्के में ना लिया जाए. बॉर्डर एरिया में स्थाई एवं अस्थाई अतिक्रमण को हटाया जाए. इसके अभिलेख चालू कर नोटिस देने को कहा गया. इधर, मद्य निषेध से संबंधित बैठक में छापेमारी, सघन वाहन जांच के साथ रात्रि गश्ती बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया. डीएम पांडेय ने स्पष्ट कहा कि इस संबंध में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बैठक में प्रभारी एडीएम, राजस्व कुमार धनंजय, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी विकास कुमार, एएसपी, एसएसबी के पदाधिकारी, डीसीएलआर सदर अमित राज, डीपीआरओ कमल सिंह व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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