कुत्ते ने निगम कर्मी समेत 40 को किया जख्मी
नगर निगम की अनदेखी के कारण शहरी इलाके में पिछले एक सप्ताह से पागल कुत्ते ने आतंक मचा रखा है.
सीतामढ़ी. नगर निगम की अनदेखी के कारण शहरी इलाके में पिछले एक सप्ताह से पागल कुत्ते ने आतंक मचा रखा है. पागल कुत्ते ने अबतक 100 से अधिक लोगों को काट कर जख्मी किया है. गुरुवार को शहर के आदर्शनगर व आसपास के इलाके में इस पागल कुत्ते ने 40 से अधिक व्यक्तियों को काट कर जख्मी कर दिया. इसमें सुबह सफाई करने आये नगर निगम का कर्मी भी शामिल है. इसको लेकर पीड़ित कुछ लोगों ने नगर निगम को भी शिकायत दर्ज कराया है. लेकिन, इस पागल कुत्ते को पकड़ने को लेकर अबतक निगम द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. इस पागल कुत्ते के आतंक से शहर के आदर्शनगर, प्रतापनगर, बाइपास रोड, अस्पताल रोड, मेहसौल के लोग आतंकित हैं. महिलाएं बच्चों को खेलने घर से बाहर नहीं भेज रहें हैं. गुरुवार को सदर अस्पताल में इस पागल कुत्ते के काटने से कुल 40 व्यक्तियों का प्राथमिक उपचार कर एंटी रैबिज इंजेक्शन लगाया गया. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के इंचार्ज भगवान प्रजापति ने बताया कि बुधवार को बड़ी संख्या में लोगों को एंटी रैबिज का इंजेक्शन लगाया. अस्पताल में एंटी रैबिज वायल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.
इन लोगों को अस्पताल में लगा एंटी रैबिज इंजेक्शन
जिन व्यक्तियों को कुत्ते ने काटा है, उनमें कार्तिक कुमार, राज रंजन, अमन कुमार, हरि किशोर राय, आशुतोष कुमार, बबलू मुखिया, अभिराज कुमार, महेंद्र साह, प्रमोद राम, सुरेश पासवान, सुधिरा देवी, नंदलाल कुमार, चंदन कुमार, रौनक खातून, शिवम कुमार, मो किबाले आलम, सोनाली कुमारी, नवल महतो, नूर अली, अमन कुमार, गौतम कुमार, पराजिता कुमारी, पवन कुमार, मो चंगेज खान, सुमित कुमार, कृति राज, श्याम कुमार, मो ओबैदुरर्हमान खान, ऋष्टि कुमारी, शमीमा खातून, मो इरशाद, जितेंद्र कुमार, रामप्रवेश, रामनरेश शर्मा, संजय प्रसाद, राधेश्याम कुमार, कमलेश सहनी, मरजिना खातून, मो कमरुद्दीन, यश राज शामिल है.
कुत्तों के आतंक से दहशत में मोहल्लेवासी
शहर के प्रतापनगर मोहल्ला निवासी अरविंद कुमार सिंह, कोट बाजार निवासी मुकेश कुमार, कविता देवी, संध्या देवी व बबीता देवी ने बताया कि शहर में पागल कुत्ते का आतंक कुछ दिनों से काफी बढ़ गया है, लेकिन नगर निगम प्रशासन के द्वारा इसके रोकथाम को लेकर कोई उपाय नहीं किया जा रहा है. जबकि इस तरह के जानवरों के रोकथाम को लेकर सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित है, जो धरातल पर नहीं उतारा जा रहा है, इसका परिणाम सामने है. स्थिति यह हो गयी है कि कुत्तों के झुंड के कारण घर से निकलने में भय रहता है. सबसे अधिक डर सुबह-सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने के दरम्यान लगता है.क्या कहते हैं अधिकारी
पागल कुत्ते के आतंक का मामला संज्ञान में आया है. इसको लेकर निगम प्रशासन जल्द ही कार्रवाई सुनिश्चित करेगा. डॉग कैचर वाहन को इस कार्य में लगाया जायेगा.प्रमोद कुमार पांडेय, आयुक्त नगर निगम, सीतामढ़ी.
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