सीतामढ़ी. समस्तीपुर रेल मंडल में रेलवे ट्रैक को दोहरीकरण को लेकर हरी झंडी प्रदान की है. जिसमें समस्तीपुर रेलवे मंडल के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर रेलवे ट्रैक को शामिल की गयी है. कैबिनेट के मंजूरी के बाद गुरुवार को केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समस्तीपुर मंडल क्षेत्र में इसकी जानकारी दी. विडियो कांफ्रेंसिंग में सीतामढ़ी सांसद देवेशचंद्र ठाकुर, शिवहर सांसद लवली आनंद सहित समस्तीपुर मंडल क्षेत्र के सभी सांसद वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल रहे. रेलमंत्री ने बताया कि मोदी कैबिनेट के द्वारा समस्तीपुर मंडल क्षेत्र में रेलवे ट्रैक की दोहरीकरण के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है. जिसके बनाने में 4 हजार 500 सौ 53 करोड़ रुपए खर्च होंगे. पायलट प्रोजेक्ट के तहत उत्तर बिहार के मिथिलांचल, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर जिले के लोगों को रेल यात्रा में बड़ी सुविधा उपलब्ध होगी. साथ ही पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को भी बड़ी फायदा होगा. पायलट प्रोजेक्ट के तहत नरकटियागंज से रक्सौल होते हुए सीतामढ़ी, दरभंगा व सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर के रेलवे ट्रैक को दोहरीकरण की जायेगी. इस रुट पर नदी नाले अधिक होने के कारण करीब 310 छोटे बड़े पुल बनाया जायेगा. वहीं, करीब 10 अंडर पास पुल बनाया जायेगा. — 107 किमी की स्पीड से होगा ट्रेन का परिचालन सीतामढ़ी जंक्शन पर पहुंचे कर्मशियल मैनेजर ने बताया कि इस रुट पर 107 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन की परिचालन की जायेगी. करीब 94 रेलवे स्टेशन व जंक्शन से होकर ट्रेन की परिचालन शुरू होगी. रेलमंत्री ने बताया कि रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के कारण सांस्कृतिक विरासत खासकर सीता मां के जन्मस्थली, नेपाल के जनकपुर धाम सहित सभी जिलों के सांस्कृतिक विरासत को काफी फायदा होगा. वहीं, दोहरीकरण रेलवे ट्रैक बनने पर बड़ी दूरी से आने वाली ट्रेन की संख्या में बढ़ोतरी होगी. सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से होकर दोहरीकरण रेल ट्रैक बनाने की जानकारी मिलने पर चिकित्सक, शिक्षाविद, व्यवसायी सहित आम लोगों ने खुशी जतायी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है