जमला व अख्ता में बागमती नदी का कटाव शुरू, कई गांवों पर खतरा, अधिकारियों ने लिया जायजा
नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रहे लगातार बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र के बागमती नदी के जलस्तर में काफी उतार-चढाव देखा जा रहा है
सुप्पी. नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रहे लगातार बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र के बागमती नदी के जलस्तर में काफी उतार-चढाव देखा जा रहा है. प्रखंड अंतर्गत जमला व अख्ता गांव में नदी का कटाव शुरू हो गया है, जिससे किसानों की उपजाऊ भूमि बागमती नदी की आंचल में समा रही हैं. स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि शशांक माधव झा, काशी बाजपेयी, उपेंद्र राम, रूपन भगत, जयकुमार पासवान व हरिनंदन महतो ने बताया कि बागमती नदी के कटाव के कारण खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो रही हैं. अगर इसी तरह कटाव होता रहा, तो बागमती के पूर्वी तटबंध पर भी खतरा बढ़ जाएगा. कुछ साल पहले इसी तरह कटाव करते-करते नदी का पानी सोनाखान बांध का कटाव कर दिया था. वहीं, जमला गांव निवासी रामदयाल राय, वीरेंद्र राय, इंदल राय, महेंद्र दास व विकास कुमार समेत अन्य ने बताया कि जमला मंडल वार्ड एक में बागमती नदी में कटाव के कारण नदी की धारा घरों के काफी नजदीक आ गया है. लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं. इस संबंध में सीओ कृष्णप्रताप सिंह ने बताया कि उनके द्वारा जमला और अख्ता में कटाव स्थल पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. वे खुद भी दोनों जगहों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. जल संसाधन विभाग को इसकी सूचना दी गयी थी. इसके बाद विभाग के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता व अन्य पदाधिकारियों द्वारा स्थल का निरीक्षण कर कटाव रोधी कार्य शुरू किया गया है.
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