सीतामढ़ी. बक्सर जिले के चौसा पावर प्लांट के लिए अधिगृहीत जमीन का मुआवजा मांग रहे आंदोलनकारी किसान-मजदूरों के घरों में घुसकर बक्सर जिला प्रशासन तथा पुलिस के हिंसक हमले में महिला-पुरुष बच्चों, यहां तक कि जानवरों तक से मारपीट, घरों व घरेलू सामान की तोड़फोड़ का आरोप लगाया. घटना का जायजा लेने किसान नेता डॉ आनंद किशोर के नेतृत्व में किसान नेता, अधिवक्ता तथा पत्रकार की टीम प्रभावित गांव बनारपुर, कोचाढी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. टीम में संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, उत्तर बिहार के अध्यक्ष किसान नेता डॉ आनंद किशोर, सीतामढी जिलाध्यक्ष जलंधर यदुवंशी, झारखंड के किसान नेता केडी सिंह, बक्सर के वरिष्ठ अधिवक्ता रितेश कुमार तथा पत्रकार राज सिंह शामिल रहे. डॉ आनंद किशोर ने बताया कि 21 दिन बाद भी अधिकांश लोग भयाभीत हैं. घटना के बाद अधिकांश ग्रामीण गांव छोड चुके हैं. किसान नेता राकेश टिकैत की किसान सभा को विफल करने हेतु प्रशासनिक हरकतों को विफल करते हुए होमगार्ड मैदान में प्रभावित गांवों के लोगों ने भारी संख्या में जुटकर अपने हकों तथा न्याय के लिए बडे संघर्ष का संकल्प लिया. संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता राकेश टिकैत ने बक्सर प्रशासन को चेताते हुए गिरफ्तार किसानों को रिहा करने, सभी मामले वापस लेने, सभी मुआवजे तथा संपत्ति नुकसान की भरपाई करने की अपील की.
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किसान नेताओं ने किया बक्सर के चौसा का दौरा
किसान नेता डॉ आनंद किशोर के नेतृत्व में किसान नेता, अधिवक्ता तथा पत्रकार की टीम प्रभावित गांव बनारपुर, कोचाढी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.
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