रून्नीसैदपुर. बागमती तटबंध के बेलसंड प्रखंड के मधकौल व सौली व रून्नीसैदपुर प्रखंड के तिलकताजपुर व खड़हुआ गांव के समीप ध्वस्त हो जाने के कारण रून्नीसैदपुर प्रखंड क्षेत्र के करीब एक दर्जन पंचायत अंतर्गत आने वाले 35 गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. जिससे तकरीबन दो लाख से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में आने के बाद सड़क पर आ चुके है. सैकड़ो परिवारों के घरों में भी बाढ़ के पानी के प्रवेश कर जाने से लोगों के समक्ष खुद व मवेशियों के जानमाल की रक्षा की समस्या पैदा हो चुकी है. बाढ़ के पानी से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. सैकड़ों परिवारों के लोग ऊंचे स्थानों, तटबंध पर व एन एच-77 पर शरण लेने को मजबूर हो चुके हैं. बाढ़ का पानी अभी नये गांवों में प्रवेश कर रहा है. पशुपालकों के समक्ष मवेशी की सुरक्षा के साथ-साथ उसके चारा की समस्या बन चुकी है.
–रून्नीसैदपुर-बेलसंड पथ पर आवागमन ठप्प
रून्नीसैदपुर-बेलसंड पथ पर आधे दर्जन जगहों पर बाढ़ का पानी तेज रफ्तार में बह रहा है, जिससे आवागमन ठप हो चुका है. अथरी-खड़का पथ व गिद्धाफुलवरिया के फुलवरिया से बनारस टोला पथ समेत अनेक सड़कों पर बाढ़ के पानी का तेज बहाव है.
बागमती के बाढ़ का पानी रामपुर व माधोपुर चौधरी गांव के समीप लखनदेई नदी में मिल जाने से लखनदेई नदी भी उफान पर है. लखनदेई नदी पर मोरसंड गांव के समीप बने हकराहा जमीन्दारी बांध को भी टूट जाने की संभावना बढ़ती जा रही है. इस जमींदारी बांध के टूटने से मोरसंड समेत करीब आधा दर्जन गांवों में बाढ़ के पानी फैलने की आशंका है.
–तटबंध टूटने से अंदर बसे लोगों को राहतहालांकि तिलकताजपुर व खरहुआ में बागमती तटबंध के ध्वस्त होने से बागमती तटबंध के अंदर बसे शिवनगर, भरथी, रमनगरा, रक्सिया, सोनपुरबा, बघौनी, मधौल व तिलकताजपुर के कुछ भाग के लोगों को राहत मिली है. इन गांवों के लोगों के घरों से बाढ़ का पानी उतर चुका है.
–एक दर्जन पंचायत में बिजली सेवा ठप्पबाढ़ प्रभावित गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप्प हो चुकी है. रून्नीसैदपुर विद्युत अवर प्रमंडल के विद्युत एसडीओ क्वासी फरीदी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित करीब एक दर्जन पंचायतों में विद्युत आपूर्ति ठप्प है. बाढ़ की स्थिति देखकर ऐसी आशंका है कि विद्युत सब स्टेशन में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर सकता है. ऐसी स्थिति में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप्प हो सकती है.
–बाल-बाल बची जदयू विधायक की जानस्थानीय विधायक पंकज कुमार मिश्रा सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते बाल-बाल बचे. विधायक ने बताया कि वे एसडीआरएफ के साथ मोटरबोट से बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरा कर रहे थे कि अचानक बरहेत्ता गांव के समीप मोटरबोट के फट जाने से उसमें पानी भरने लगा. एसडीआरएफ की टीम के द्वारा किसी तरह से मोटरबोट को किनारे लगाया गया. जिससे उस पर सवार उनकी व अन्य लोगों की जान बची. विधायक ने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उन्हे सरकारी राहत दिये जाने का भरोसा दिलाया. विधायक ने बताया कि अब तक प्रखंड क्षेत्र के बाइस पंचायत बाढ़ प्रभावित हो चुके है. उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को सरकार की ओर से सहायता दी जायेगी. उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से राहत व बचाव कार्य जारी है. बाढ़ के पानी के कारण घरों में फंसे लोगों को ऊंचे स्थानो पर पहुंचाया जा रहा है.
बोले अधिकारीप्रखंड क्षेत्र की कुल 12 पंचायत अभी तक बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया हैं. बाढ़ से करीब 35 गांवों के लगभग दो लाख से अधिक की आबादी बाढ़ प्रभावित हो चुकी है. बाढ़ के पानी का अभी नये क्षेत्रों में फैलाव जारी है. प्रशासन की ओर से एसडीआरएफ की टीम बचाव में जुटी है. बाढ़ से फंसे बाढ़ पीड़ितों को ऊंचे स्थलों पर पहुंचाया जा रहा है.
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