एटीएम कार्ड बदलकर ठग लेते हैं जालसाज
शहर व आसपास के क्षेत्रों में ग्राहकों की सुविधा को लेकर करीब दो दर्जन के करीब विभिन्न बैकों की एटीएम केंद्र बनायी गयी है.
सीतामढ़ी. शहर व आसपास के क्षेत्रों में ग्राहकों की सुविधा को लेकर करीब दो दर्जन के करीब विभिन्न बैकों की एटीएम केंद्र बनायी गयी है. जिस केंद्र से लोग रोजाना लाखों रुपये की निकासी जरूरत के अनुसार निकालते हैं. एटीएम केंद्र से रुपये निकालने वालों में कम पढ़े लिखे, शहरी व ग्रामीण महिला व पुरुष भी रहते हैं. कई साइबर फ्रॉड करने वाले बदमाशों के टारगेट पर ऐसे लोग रहते हैं. केवल नगर सर्कल क्षेत्र में हर महीने एक दर्जनों लोगों की एटीएम कार्ड बदलकर खाते से रुपये चंपत कर रहे हैं. प्रशासन के तरफ से ऐसे बदमाशों पर कार्रवाई को लेकर समय-समय पर गश्ती की जाती है. बावजूद इसके बदमाशों द्वारा लोगों का एटीएम कार्ड बदलकर खाते से रुपये निकाल लिया जाता है. जिसको लेकर पीड़ित पुलिस व बैक के प्रबंधक शिकायत की जाती है. लेकिन धोखाधड़ी का यह मामले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. –11 माह में 96 लोग हुए जालसाजी के शिकार
जिले में 10 जून 23 को साइबर थाना खुला था. मई 24 तक करीब 96 मामले दर्ज कराए गए हैं. साइबर ठगों ने वर्ष 2022 के अंतिम महीने तक जिले वासियों से करीब 20 लाख रुपये की ठगी की थी. वहीं वर्ष 2023 में भी 19 लाख रुपया की ठगी की गयी. साइबर थाना खुलने के बाद साइबर पुलिस ने करीब 11 लाख रुपये की रिकॉवरी की है. वहीं, शिकायतों के आलोक में साइबर थाना पुलिस ने बैंकों से तालमेल बैठाकर 65 लाख 21 हजार 661 रुपये होल्ड कर दिया है. वहीं पुलिस ने साइबर क्राइम करने वाले दर्जनों लोगों को पकड़ा है. जिसके पास से सैकड़ों एटीएम कार्ड बरामद किया गया. जानकारों का माने तो हर एटीएम केंद्र पर सुरक्षा गार्ड की उपलब्धता अनिवार्य है. लेकिन शहर के कुछ गिने चुने एटीएम केंद्र पर ही गार्ड की व्यवस्था की गयी है. जिसके कारण एटीएम केंद्र से रुपये निकालने वाले जरूरत मंद लोगों को ठगी की शिकार होने पड़ते हैं.बोले बैंक अधिकारी
आटसोर्सिंग के माध्यम से हर बैक अपनी एटीएम केंद्र पर सुविधा उपलब्ध करते हैं. जहां आटसोर्सिंग कंपनी के द्वारा गार्ड की व्यवस्था की जाती है.
उज्जवल कुमार, शाखा प्रबधक, बैंक ऑफ इंडिया
बॉक्स में
–बोले अधिकारी
नियमत सभी एटीएम केंद्र पर गार्ड की व्यवस्था रहनी चाहिए. जिस एटीएम केंद्र पर गार्ड नहीं है, उस केंद्र को चिह्नित कर सूची बनाकर वरीय अधिकारियों को सौंप कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. जहां केंद्र पर गार्ड है, वहां एटीएम कार्ड बदलकर ठगी की मामले कम देखे जाते हैं. दीपक कुमार, साइबर डीएसपीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है