चोरौत. पिछले सप्ताह से रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण अधवारा समूह की धौंस, रातो व मरहा समेत अन्य नदियों की जलस्तर में वृद्धि के कारण क्षेत्र के लोगों में चिंता की लकीरें खींच गई है. रातो नदी में समुचित तटबंध नहीं रहने, मरहा नदी के जगह-जगह बांध टूट जाने व धौंस नदी के पश्चिमी तटबंध मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखंड अंतर्गत ब्रह्मपुरी, बलवा एवं अंदौली गांव के समीप टूट जाने के कारण प्रखंड के यदुपट्टी, परिगामा, भंटाबाड़ी व बररी वेहटा पंचायत के लोगों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है.
वहीं, प्रखंड के सभी पंचायतों का संपर्क अनुमंडल व जिला मुख्यालय से टूट चुका है. कारण कि चोरौत- भिट्टामोड़ एनएच 104 पर तीन से चार फीट तो चोरौत- पुपरी एनएच- 527 सी पर करीब दो से तीन फीट पानी चल रहा है. इसी प्रकार यदुपट्टी, परिगामा, भंटाबाड़ी व बररी वेहटा पंचायत के अधिकांश वार्ड समेत चोरौत पूर्वी, चोरौत उत्तरी व चोरौत पश्चिमी पंचायत के कुछ वार्ड मे भी बाढ़ का पानी घुस गया है. इधर, सीओ सह आपदा प्रभारी अरविंद उद्धव ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है, बाढ़ के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट है.
अधिकारियों ने लिया जायजा. बोखड़ा. बाढ़ की आशंका के मद्देनजर प्रखंड के महिसौथा पंचायत स्थित खनुआ पुल के समीप पहुंच कर बीडीओ अमरेंद्र पंडित, पूर्व मुखिया सह मुखिया पति अखिलेश पटेल ने स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान बीडीओ ने पूर्व मुखिया से पंचायत में जागरूकता लाने में सहयोग करने का आग्रह किया.
बताया कि नदियों के जलस्तर में उफान के कारण चारों ओर पानी-पानी नजर आ रहा है. ऐसे में समाज के प्रत्येक व्यक्ति को सजग रहने के साथ हीं खास कर अपने-अपने बच्चों में विशेष नजर रखने की जरूरत है. बताया कि बाढ़ से निबटने के लिए प्रशासन पूर्ण रूप से तैयार है, पर लोगों को अपने जान की रक्षा खुद करनी होगी. वहीं, सीओ अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने बाढ़ से पूर्व की तैयारी व सतर्कता बरतने की अपील की.