रून्नीसैदपुर. बागमती नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. एक तरफ जहां बागमती तटबंध के अंदर बसे करीब आधा दर्जन गांव के लोग बाढ़ की आशंका से सहमे हुये हैं, वहीं दूसरी ओर रूक-रूक कर प्रतिदिन हो रही बारिश के कारण बागमती तटबंधों में आये रेनकट से लोग भयभीत हैं. प्रखंड क्षेत्र के खड़का से रैनशंकर के बीच तटबंध के दोनों तरफ दर्जनों स्थानों पर बारिश के कारण रेनकट बन चुके हैं. हालांकि समय समय पर रेनकट के मरम्मति का कार्य भी कराये जा रहें हैं. बागमती प्रमंडल रून्नीसैदपुर के कार्यपालक अभियंता रविंद्र कुमार का दावा है कि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है. तटबंध पर 24 घंटे चौकसी बरती जा रही है. रेनकट पर पूरी मुस्तैदी से नजर रखी जा रही है तथा उसके मरम्मति का काम लगातार जारी है. किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना करने के लिये विभाग की ओर से सभी प्रकार की तैयारियों पूरी की जा चुकी है. वहींं, इब्राहिमपुर निवासी राजाराम पंडित, खड़का निवासी विकास कुमार, सुबोध कुमार व रामफल साह को आशंका है कि अगर सूक्ष्मता से रेनकट पर नजर नहीं रखी गयी और रेनकट बनते ही तत्काल उसका मरम्मति नहीँ करायी गयी तो बागमती नदी के जलस्तर में अचानक उफान आने पर तटबंध पर खतरा उत्पन्न हो सकता है. हालांकि इनलोगों ने यह भी बताया कि इस बार प्रशासन व जल संसाधन विभाग काफी एक्शन मोड में दिख रही है. अधिकारियों की टीमें द्वारा समय समय पर तटबंध का निरीक्षण करती देखी जा रही है. वहीं, दूसरी ओर तटबंध के अंदर बसे गांव भरथी, शिवनगर, रक्सिया, इब्राहिमपुर व बघौनी गांव के लोग बाढ़ की आशंका से सहमे हुये हैं. शिवनगर, रक्सिया, भरथी व इब्राहिमपुर के ग्रामीणों के आवागमन की समस्या बनी हुयी है. अभी तक सरकारी नाव का परिचालन नहीं होने से ग्रामीणों को निजी नावों का सहारा लेना पड़ रहा है.
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