पुपरी. स्थानीय पीएचसी परिसर में गुरुवार को मलेरिया की रोकथाम व जागरूकता को लेकर आशा कार्यकर्ता समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की बैठक पीएचसी प्रभारी डॉ कफील अख्तर अंसारी की अध्यक्षता में हुई. प्रभारी डॉ अंसारी ने कहा कि ठंड लगना, कपकपी, सिरदर्द, उल्टी व चक्कर आना, तेज बुखार, अत्यधिक पसीने के साथ बुखार का खत्म होना, ऐसा प्रतिदिन, एक दिन बीच करके या निश्चित अंतराल के बाद होना इस बीमारी के गंभीर लक्षण है. इस लक्षण की जांच पीएचसी में होने और इससे बचाव के लिए घर व आसपास बने गड्ढे, नाला, बेकार पड़े खाली डब्बे, पानी की टंकी, गमला, ट्यूब, टायर में पानी एकत्रित नही होने देना है. जमे हुए पानी में कुछ बूंद मिट्टी तेल डालने, मच्छरदानी का प्रयोग करने आदि सावधानी बरतने को कहा गया. मौके पर बीसीएम पूजा कुमारी, मलेरिया सुपरवाइजर दीपक कुमार, डीइओ शंभु प्रसाद, आशा फैसिलेटर रीना कुमारी व पुष्पा कुमारी समेत अन्य आशा आदि मौजूद थे.
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