चमकी बुखार को लेकर दी जानकारी
चमकी बुखार से बचाव के लिए स्थानीय बाल विकास परियोजना कार्यालय के सभागार में कार्यशाला का आयोजन हुआ.
लसंड. चमकी बुखार से बचाव के लिए स्थानीय बाल विकास परियोजना कार्यालय के सभागार में कार्यशाला का आयोजन हुआ. अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ हेमंत कुमार ने की. नोडल पदाधिकारी डॉ सुजीत प्रसाद राय ने चमकी से बचाव के लिए जानकारी देते हुए बताया कि जीरो से पंद्रह वर्ष के बच्चों में यह बीमारी फैलती है. समय पर बचाव न करने पर यह जानलेवा भी हो सकती है. इसके बचाव के लिए बच्चों को रात में सोने से पहले भरपेट भोजन खिलाना आवश्यक है. साथ ही बच्चों को धूप में बाहर नही जाने देना चाहिए. चमकी का लक्षण दिखाई देने या हल्का बुखार होने पर पारासिटामोल दवा देना चाहिए और बच्चों के बेहोश होने पर तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए. कार्यशाला में आंगनबाड़ी सेविकाओं के बीच पारासिटामोल सिरप, टैबलेट और ओआरएस वितरित की गयी. मौके पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सरिता कुमारी, महिला पर्यवेक्षिका तुषार मिश्रा, गायत्री कुमारी, सपना कुमारी, स्वास्थ्य प्रबंधक रौशन कुमार झा व पिरामल फाउंडेशन के अभिषेक कुमार समेत सभी आंगनबाड़ी सेविका मौजूद थीं.