नेपाल के मलंगवा में वाहनों की इंट्री रोकने पर भड़के कांवरिये
नेपाल के सर्लाही जिला मुख्यालय मलंगवा भंसार कार्यालय के पास कांवरियों के वाहनों को रोके जाने को लेकर आक्रोश बढ़ गया.
सोनबरसा. नेपाल के सर्लाही जिला मुख्यालय मलंगवा भंसार कार्यालय के पास कांवरियों के वाहनों को रोके जाने को लेकर आक्रोश बढ़ गया. गुस्साये महिला व पुरुष कांवरियों ने शुक्रवार को स्थानीय हनुमान चौक के पास इंडो-नेपाल बॉर्डर को करीब दो घंटे तक जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. इसमें प्रखंड क्षेत्र के बसतपुर, जयनगर, अररिया, दोस्तियां, बंदरझुला, मढिया, तिलंगी, जमुआहा, कचहरीपुर, राजबाड़ा, वीरता, मुशहरनिया, कोहबरवा, रोहुआ, चिलरा, चिलरी सहित तीन दर्जन से अधिक गांवों के कांवरियों की टोली विभिन्न वाहनों से जल भरने नेपाल के सर्लाही जिले के मलंगवा क्षेत्र के करमहिया स्थित नुनथर पहाड़ के पास बागमती नदी जा रहे थे. वाहनों पर लाउडस्पीकर भी लगा था. बिना भंसार शुल्क के इन वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाये जाने पर कांवरिये भड़क गये. बॉर्डर जाम किये जाने पर वहां वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी) 51वीं बटालियन के अधिकारियों व जवानों ने कांवरियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने. इसके बाद बीओपी के कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर रमेश कुमार ग्वाला ने नेपाल सशस्त्र प्रहरी व भंसार के अधिकारियों से बातचीत कर वाहनों की फ्री इंट्री करवायी, जिसके बाद जाम हटाया जा सका. मालूम हो कि प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में कांवरिये नुनथर पहाड़ स्थित बागमती नदी से जल भरकर मढिया धाम स्थित बाबा मानकेश्वर महादेव पर रविवार को जल अर्पित करते हैं.
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