सीतामढ़ी. अक्षय तृतीया के अवसर पर ब्रह्मर्षि सेना के जिला अध्यक्ष गौतम कश्यप की अध्यक्षता में प्रताप नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान परिसर में भगवान श्री परशुराम की जयंती मनायी गयी. संयोजक आग्नेय कुमार ने कहा कि भगवान परशुराम शास्त्र और शस्त्र के ज्ञाता थे. मातृ-पितृ भक्त परशुराम अपने गुण और आदर्श के कारण पूजनीय हैं. भगवान राम और परशुराम संवाद स्थल मिथिला ही रहा है. राम-परशुराम मिलन के बाद परशुराम ध्यानमग्न होते हैं और श्री राम अपने कर्त्तव्य पथ पर बढ़ते हैं. शिक्षक पंकज कुमार ने उनके आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित किया. अध्यक्ष गौतम कश्यप ने राम और परशुराम संवाद का जिक्र करते हुए कहा कि मनुष्य अभिमान को त्याग कर ही ऊपर उठ सकता है. कार्यक्रम में संयोजक व पूर्व अध्यक्ष अवनीश कुमार, कोषाध्यक्ष रजनीश बुल्लू, पूर्व अध्यक्ष चंदन सिंह, महेश कुमार, भानु प्रताप सिंह, पंकज कुमार, धीरज ठाकुर, सचिव बुलेट चौधरी, आदित्य कुमार व सोनू कुमार समेत अन्य शामिल हुए.
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