बैरगनिया. उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक (यूबीजीबी) बैरगनिया शाखा से ग्राहकों के विभिन्न खातों से लगभग पांच करोड़ की फर्जी निकासी व हेराफेरी के मामले में पिछले दो माह से फरार प्रबंधक प्रमोद कुमार को थाने की पुलिस ने शुक्रवार को अररिया से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार प्रबंधक पटना के कंकड़बाग इलाके के साकेतपुरी, हनुमान नगर निवासी है. पुलिस ने गिरफ्तार कर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) पटना को सौंप दिया. इधर, स्थानीय नप क्षेत्र अंतर्गत अशोगी गांव निवासी तत्कालीन बैंक कैशियर गणेश प्रसाद के पुत्र आशीष कुमार अब भी फरार है. सदर एसडीपीओ-1 राम कृष्णा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उक्त गिरफ्तारी की है. यूबीजीबी फर्जीवाड़ा कांड के फरार प्रबंधक व कैशियर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी अभियान चला रही थी. बिहार तथा नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में चलाए जा रहे छापेमारी के क्रम में यह सफलता मिली. बताया गया है कि एक करोड़ से अधिक के फर्जीवाड़े के कारण यह मामला थाना से अब इओयू को ट्रांसफर किया जा चुका है. अनुसंधानक पुलिस निरीक्षक परीक्षित पासवान को बनाया गया है. पांच मार्च 2024 को बैंक शाखा में जब फर्जीवाड़ा करने का मामला उजागर हुआ था. प्रतिनियुक्ति स्केल-एक शाखा प्रबंधक नितिन कुमार ने नौ मार्च को 3.60 करोड़ के फर्जीवाड़े को लेकर प्रबंधक प्रमोद कुमार, कैशियर आशीष कुमार के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. फर्जी निकासी तथा अन्य फर्जीवाड़ा के जांच के क्रम में बैंक में वित्तीय लेन-देन बंद रखते हुए लगभग डेढ़ माह तक ऑडिट का काम हुआ. ऑडिट द्वारा फर्जीवाड़े की राशि करीब पांच करोड़ तक पहुंचने की लिखित सूचना थाना को दी गयी. अब बैंक द्वारा गबन की गयी राशि की तीसरी लिस्ट थाना को सौपें जाने वाली है, जिससे फर्जीवाड़े का आंकड़ा करीब सात से आठ करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है. छापेमारी दल में थानाध्यक्ष कुंदन कुमार, पुअनि राहुल कुमार, सोनू कुमार यादव शामिल रहे.
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