15 दिनों से आउट ऑफ स्टॉक है मेडिकेटेड मास्क
वैश्विक वायरस बना कोरोना का खौफ अब जिलेवासियों को भी आतंकित कर दिया है. हाल के दिनों में चीन से लौटे पांच लोग कोरोना वायरस के लक्षण की जांच में पूरी तरह से फिट पाये गये हैं.
सीतामढ़ी : वैश्विक वायरस बना कोरोना का खौफ अब जिलेवासियों को भी आतंकित कर दिया है. हाल के दिनों में चीन से लौटे पांच लोग कोरोना वायरस के लक्षण की जांच में पूरी तरह से फिट पाये गये हैं. हालांकि चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस का खतरा जिले में तो नहीं है, लेकिन उक्त खतरनाक वायरस को लेकर लोग पूरी तरह से सजग हो गये हैं.
घरों से लेकर दफ्तरों तक में मेडिकेटेड मास्क से लेकर हैंड सेनेटाइजर की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है. शहर में मास्क पहनकर लोग घरों से निकल रहे हैं. निराश करनेवाली स्थिति यह है कि जिले में मेडिकेटेड मास्क आउट ऑफ स्टॉक है. पिछले 15 दिनों से मेडिकेटेड मास्क का स्टॉक खत्म हो चुका है.
इसका बड़ा कारण प्रमुख भारतीय कंपनियों को चीन से कच्चे माल की आपूर्ति का नहीं होना बताया जा रहा है. लिहाजा अब कपड़ों से बने मास्क हीं बिक्री के लिए उपलब्ध हो रहे हैं. कोरोना का यह खौफ है कि स्कूली बच्चों तक को मास्क पहनकर स्कूल जाते देखा जा रहा है. खासकर भीड़ में शामिल लोग इसका बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं.
शहर में ट्रेन, बस, ऑटो में सवारी करने वाले लोग कोरोना वायरस को लेकर पूरी तरह से सजग दिख रहे हैं. कुछ दिनों पूर्व जहां प्रत्येक 10 में से एक व्यक्ति मास्क पहने नजर आता था, उसकी संख्या में अब 70% तक की वृद्धि हो गयी है. पहले किसी एलर्जी अथवा श्वसन संबंधी बीमारी को लेकर हीं मेडिकेटेड मास्क की बाजार में डिमांड रहती थी, लेकिन जब से कोरोना का खतरा महसूस किया गया है, इसकी बिक्री में पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त उछाल है.
मांस-मछली व अंडा से परहेज कर रहे लोग
कोरोना वायरस का डर आम लोगों को इस कदर डराया हुआ है कि लोग मांस-मछली व अंडा खाने से परहेज करने लगे हैं. हालांकि अभी साफ तौर पर इसके सेवन से कोरोना वायरस होने की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन इसके सेवन से लोग फिलहाल परहेज करने लगे हैं. इस वजह से मांस-मछली की बिक्री भी प्रभावित है. बाजार में इसकी बिक्री में गिरावट आयी है. शादी-ब्याह व अन्य पार्टी समारोह से भी मांसाहारी व्यंजन गायब होने लगा है. कल तक जहां मांसाहारी होटलों व रेस्टूरेंट में खाने के शौकीनों की भीड़ रहती थी, वहां अब गिनती के लोग पहुंच रहे हैं. मांसाहारी की जगह शाकाहारी को फिलहाल थालियों में अधिक पसंद किया जा रहा है. शहर में मुर्गा की दुकान चलानेवाला मो नौशाद ने बताया कि बिक्री में गिरावट दर्ज की गयी है. अगर बाजार की यही स्थिति रही तो, फिर होली भी प्रभावित होगा.