सीतामढ़ी. जिले के किसान बारिश के लिए तरस रहे थे. किसान खेतों में लगे धान के पौधों की दयनीय स्थिति और मौसम की बेरुखी से काफी चिंतित थे. हालांकि, किसान दिनेश प्रसाद यादव, रमेश मिश्रा व अवधेश सिंह ने बताया कि किसान उम्मीद के सहारे काफी रुपए खर्च कर डीजल पंपसेट से धान की रोपनी और पूर्व में रोपे गए धान के पौधों के संरक्षण के लिए सूख चुके खेतों की सिंचाई भी लगातार करवा रहे थे. बादल आ-जा रहे थे, लेकिन बारिश नहीं हो रही थी. इससे परेशान जिले के किसान इश्वर से बारिश के लिए गुहार लगा रहे थे. इसी बीच सोमवार को मौसम का मिजाज बदला और शहर समेत कई इलाकों में छिटपुट बारिश शुरू हो गयी. रात होते-होते पूरा आसमान बादलों से भर गया. आधी रात के ठीक बारह बजे गरज के साथ बादलों ने बरसना शुरू कर दिया. रात भर छिटपुट बारिश का सिलसिला जारी रहा. देर सुबह तक बारिश होती रही. बारिश के बाद विभिन्न सड़कों, लो लैंड एरिया इत्यादि जगहों पर हल्का पानी भी कुछ घंटों के लिए जमा हो गया. हालांकि, नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडेय से मिली जानकारी के अनुसार, मेहसौल व मुर्गियाचक इलाके में जमा पानी को निकालने के लिए पंपसेट का लगातार इस्तेमाल किया जा रहा है. दोपहर होते-होते आसमान साफ हुआ, तो धूप भी खिली. हालांकि, आसमान में बादलों की आवाजाही जारी रहने के कारण किसानों को अभी और बारिश की उम्मीद है. इधर, जिला कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ राम इश्वर प्रसाद से मिली जानकारी के अनुसार, आज भी छिटपुट बारिश का क्रम जारी रहने का अनुमान है. आसमान में बादलों की आवाजाही जारी रह सकता है. गर्मी से राहत रहेगी.
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