सीतामढ़ी. सोमवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शांति और सौहार्द पूर्वक धूमधाम से इद उल अजहा यानी बकरीद का पर्व मनाया. यह त्योहार तीन दिन तक मनाया जाता है, सोमवार को जिसकी शुरुआत हुई. सुबह को निर्धारित समय पर शहर समेत जिले भर के इदगाहों एवं मस्जिदों में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होकर बकरीद की नमाज अदा की और अल्लाह से मुल्की की खुशहाली और तरक्की की दुआ मांगी. लोगों एक-दूसरे को गले लगाकर इद उल अजहा की मुबारकबाद दी. इसके बाद कुर्बानी की शुरुआत हुई. 17, 18 व 19 जून के मगरिब से पहले तक कुर्बानी का सिलसिला चलता रहेगा. दूसरे समुदाय के लोगों ने भी इदगाहों के समीप पहुंचकर मुस्लिम समाज के लोगों ने बकरीद की मुबारकबाद दी. बड़ों के साथ बच्चें भी बकरीद की नमाज अदा करने के बाद रिश्तेदारों के घर जाकर इद उल अहजा की बधाई देते दिखे. बताया जाता है कि कुर्बानी देना इस्लाम धर्म में बलिदान का प्रतीक माना जाता है. त्याग और बलिदान का पर्व बकरीद का इस्लाम धर्म में बहुत महत्व है. मदरसा रहमानिया, मेहसौल के पूर्व अध्यक्ष मो अरमान अली, राजद प्रदेश उपाध्यक्ष मो शफीक खां, सामाजिक कार्यकर्त्ता मो कमर अख्तर, युवा कांग्रेस के मो शम्स शाहनवाज, साइंस फॉर आल के मो ज्याउल्लाह, जदयू के वरिष्ठ नेता मो ज्याउद्दीन खान, नेहाल अहमद समेत अन्य के आवास पर बकरीद मिलन समारोह आयोजित हुआ. — नमाज में मुख्य रूप से ये हुए शामिल
बकरीद की नमाज में मुख्य रूप से इदगाह कमिटी के अध्यक्ष मो आमिर मुख्तार, सचिव मो आरीफ, हाजी मो शफीक खान, हाजी मो हशमत हुसैन, मदरसा रहमानिया मेहसौल के पूर्व अध्यक्ष मो अरमान अली, अध्यक्ष मो शकील अख्तर, सचिव मो जफर हाशिम, मो आरिफ हुसैन, मो कमर अख्तर, मो नौशाद आलम, अल्पसंख्यक एकता कमिटी के अध्यक्ष मो मुर्तुजा, मो जौहर अली ताज, मो आरजू कुरैशी, मो मजहर अली राजा, जुल्फेकार अली, मो परवेज आलम अंसारी, असगर अली, मो अकबर उर्फ फूल बाबू, मो अकरम, अब्दुल खालिक,मो दिलशाद, मो बशारत करीम गुलाब, मो अलीमुद्दीन, रेजा अहमद राजू, हाजी अब्दुल्लाह रहमानी, हाजी मो हशमत हुसैन, नजरूल होदा, फूल बाबू, मो अलीम उर्फ आरजू, सिफ्फत हबीबी, पूर्व पैक्स अध्यक्ष मो मोलीम, मो असद बेलाल, शम्स शाहनवाज, मुन्ना तस्लीमी, मो मुराद, फैयाज आलम बब्लू व फैजुल हसन समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए.
मिलन समारोह में शामिल हुए दोनों समुदाय के लोग
सीतामढ़ी. मदरसा रहमानिया मेहसौल के पूर्व अध्यक्ष सह पत्रकार मो अरमान अली के मेहसौल स्थित आवास पर बकरीद के अवसर पर मिलन समारोह का आयोजन किया गया. दोनों समुदाय के लोग इसमें शामिल हुए. इनमें मुख्य रूप से पूर्व मंत्री डा रंजू गीता, दिलीप कुमार यादव, हाजी मो हशमत हुसैन, पूर्व प्राचार्य मौलाना अब्दुल वदूद मजाहिरी, समाजसेवी मो कमर अख्तर, केंद्रीय विद्यालय जवाहरनगर की शिक्षिका रिजवाना अली, पत्रकार नुजहत जहां, पत्रकार मुजफ्फर आलम, अलीफा ऐमन, नूर जहां, नुसरत जहां, नजरूल होदा, कौशर जहां, मो अबूजर तनवीर, असगर अली, आमिर अली, मौलाना जियाउल रहमान क़ासमी, शिक्षक मो जलालुद्दीन कुरैशी नेहाल, शिक्षक मो मजहर अली राजा, मो जुनैद आलम, तौकीर अनवर उर्फ सिकंदर, जदयू नेता मो बशारत करीम गुलाब, मो अलीम उर्फ आरजू, मो तनवीर आलम, पूर्व पंसस रेजा अहमद राजू, मो जौहर अली ताज, फैयाज आलम बब्लू व जदयू नेता मो जफरुल्लाह खान समेत अन्य शामिल थे.
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