पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान देने की जरूरत : जिला जज

जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश उदयवंत कुमार द्वारा कोर्ट परिसर में औषधीय पौधे को लगाया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2024 9:56 PM

शिवहर: जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश उदयवंत कुमार द्वारा कोर्ट परिसर में औषधीय पौधे को लगाया गया.साथ ही उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों एवं अधिवक्ताओं ने भी पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया.तथा लगायें गये उक्त औषधीय पौधा में पानी डालते हुए जिला जज ने कहा कि पर्यावरण मानव जीवन को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है.इसलिए प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए सभी को पर्यावरण की सुरक्षा में अपना योगदान देना होगा.तभी हम पर्यावरण को संरक्षित कर सकते है.इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रभारी सचिव सीजेएम- टू ललन कुमार रजक ने कहा कि समय की आवश्यकता को देखते हुए हमें अपने व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा.हम पेड़- पौधे के बिना अपने जीवन का कल्पना नहीं कर सकते हैं.इसलिए प्रत्येक नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने एवं मानव अस्तित्व को बनाए रखने के लिए अपने आसपास अधिक से अधिक पौधारोपण करें.ताकि शुद्ध हवा मिल सकें.मौके पर परिवार वाद प्रधान न्यायाधीश दीपक भटनागर, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम अंबिका प्रसाद चौधरी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय ब्रिजेश मणि त्रिपाठी, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम राघवेन्द्र शरण पांडे, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी द्वितीय अमृत कुमार सिंह, मुंसिफ रंजीत कुमार, अपर मुंसिफ सुश्री शांभवी शंकर समेत कई मौजूद थे. मानव धर्म है पर्यावरण की रक्षा करना

शिवहर: प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हरनाही गांव में बुधवार को समाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व जिला पार्षद सदस्य अजब लाल चौधरी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण किया.तथा उन्होंने पर्यावरण की रक्षा करने लिए प्रेरित किया.कहा कि भारत वर्ष में आदिकाल से पेड़ों व पत्थरों की पूजा होती आ रही है.जो मानव जीवन के लिए प्राकृति व पर्यावरण के साथ संतुलन जरूरी है.कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्राकृतिक स्त्रोतों को बचाना मानव का धर्म है.उन्होंने शादी विवाह हो या बड़े समारोह एवं अतिथि स्वागत में पुष्प गुच्छ या फिर हार पहनाने की बजाए पौधा देकर सम्मानित करने की विचारधारा को अपने के लिए जिलावासियों से अपील किया है.ताकि पर्यावरण संरक्षण में अधिक से अधिक प्रयास किया जा सकें.

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