सीतामढ़ी. डीएम रिची पांडेय ने मंगलवार को जल-जीवन-हरियाली अभियान से जुड़े कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान कहा कि इस अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाना है. डीएम ने सघन पौधारोपण पर विशेष बल दिया. सभी पीओ को अपने-अपने प्रखंडों की जीविका दीदियों के नर्सरी से पौधा प्राप्त करने में प्राथमिकता देने की बात कही. वन विभाग से भी समन्वय स्थापित करेंगे. किये गये कार्यों का इंट्री संबंधित पोर्टल पर कराना को कहा. डीडीसी एवं मनरेगा डीपीओ को जल-जीवन-हरियाली से संबंधित कार्यों का दैनिक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया. मिशन मोड में कार्य करें ताकि जिले की रैंकिंग में अपेक्षित सुधार हो सके.
— जल संचयन की कितनी संरचनाएं कारगर
डीएम पांडेय ने डीडीसी को निर्देशित किया कि वर्षा जल संचयन को लेकर जो संरचनाएं बनी है, उसमें से कितनी कार्यरत हैं, की भी रिपोर्ट देना सुनिश्चित करेंगे. बैठक में सार्वजनिक जल संरचनाओं को अतिक्रमण मुक्त करने एवं जल संचयन संरचनाओं का जीणोद्धार, सार्वजनिक कुंआ को चिन्हित कर उनका जीणोद्धार, सार्वजनिक कुओं, चापाकलों पर सोख्ता रिचार्ज, वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण, नए जल स्रोतों का सृजन, भवनों में छत वर्षा जल संचयन, पौधशाला सृजन व सघन वृक्षा रोपण आदि की समीक्षा की गई. डीएम ने डीडीसी को सभी पीओ के कार्यों की भी साप्ताहिक समीक्षा करने को कहा गया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि कार्य में लापरवाही व सुस्ती बरतने वालों पर कड़ी अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी. मौके पर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडे, डीपीआरओ कमल सिंह, डीएओ समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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