जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मामले में एनआइए का एक्शन,एक संदिग्ध से पूछताछ

जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मामलों में एनआइए की टीम ने गुरुवार की देर रात जिले के बाजपट्टी थाना क्षेत्र के बाजपट्टी गोट में छापेमारी किया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 12, 2024 10:21 PM

सीतामढ़ी/बाजपट्टी. प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मामलों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआइए) की टीम ने गुरुवार की देर रात जिले के बाजपट्टी थाना क्षेत्र के बाजपट्टी गोट में छापेमारी किया. इस दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति अब्दुल अलीम को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी. हालांकि पांच घंटे तक चली पूछताछ के बाद उसे पीआर बांड पर छोड़ दिया गया. साथ ही उसके मोबाइल फोन की भी जांच की गयी.

सूत्रों के मुताबिक, असम में रची जा रही बड़ी साजिश का खुलासा करते हुए एनआइए की टीम ने पांच अक्तूबर 2024 को ग्वालपाड़ा(असम) निवासी शेख सुल्तान सलाहुद्दीन अयूबी उर्फ अयूबी को गिरफ्तार किया था. उसके विरुद्ध प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मामलों की जांच के दरम्यान देश के पांच राज्यों के 19 ठिकानों पर उसके नेटवर्क का पता लगाने को लेकर एनआइए टीम के द्वारा छापेमारी की गयी थी. जांच के दौरान जिले के बाजपट्टी गोट निवासी अब्दुल अलीम का नाम सामने आया. वह अयूबी के टेलीग्राम पर बनाये गये ग्रुप का एडमिन बताया गया था. बताया गया है कि जांच एजेंसी का यह अभियान आतंकवादी प्रचार के प्रसार और चरमपंथी गतिविधियों का मुकाबला करने के प्रयासों पर केंद्रित है.

अब्दुल ने टीम को दी जानकारी

आरोपित अब्दुल अलीम चिकेन का कारोबार करता है. उसे एनआइए की टीम सुबह में स्थानीय बाजपट्टी थाना पर लेकर पहुंची. उसे एक कमरे में बैठा कर उससे काफी देर तक पूछताछ की. उस दौरान कमरे में कोई पुलिसकर्मी नहीं थे. स्थानीय पुलिस अधिकारी को भी बाहर रखा गया था. पूछताछ के क्रम में अब्दुल से टीम को क्या जानकारी मिली, यह एनआइए के अधिकारी ने बताने से परहेज किया है. पूछताछ के दौरान सदर एसडीपीओ-1 रामकृष्णा व पुपरी एसडीपीओ अतनु दत्ता बाजपट्टी थाना पर मुस्तैद दिखे. पुपरी एसडीपीओ दत्ता ने बताया कि आरोपित व्यक्ति से एनआइए कुछ बिंदुओं/तथ्यों की जानकारी ली है. इस मामले में एनआइए की टीम ही कुछ बता सकती है.

पाक कनेक्शन के चलते छापेमारी की कार्रवाई

बाजपट्टी थाना में पूछताछ के दौरान टीम अब्दुल की मोबाइल की जांच की और कुछ डाटा डिलीट होने के संबंध में उससे जानकारी लेने की कोशिश की, तो अब्दुल ने पहले तो टीम को बरगलाने की कोशिश की. हालांकि जब एनआइए अधिकारियों ने अब्दुल से पूछा कि वह पाकिस्तान में कई अज्ञात लोगों से बात कर चुका है, जिसका डाटा उनके (एनआइए अधिकारी) पास भी उपलब्ध है, डाटा दिखाया भी. फिर टीम द्वारा अब्दुल से उक्त डाटा के गायब होने की जानकारी ली, तो उसने टीम को एक अविश्वसनीय किस्सा सुना दिया. बताया कि करीब 20 दिन पूर्व तीन व्यक्ति काले शीशे वाली चार पहिया गाड़ी से उसके घर पर पहुंचे थे. उक्त लोग अपने को किसी एजेंसी के अधिकारी बताए थे, जो उसे ठीक से याद नहीं है. तीनों ने उसके मोबाइल के पूरे डाटा को डिलीट कर दिया. बहरहाल, टीम ने उसके मोबाइल को जब्त कर ली. अब उक्त मोबाइल की फोरेंसिक जांच कराकर अब्दुल के पाक कनेक्शन का सबूत जुटाकर आगे की कार्रवाई की बात कही जा रही है.

एटीएस ने भी अब्दुल से पूछताछ की

उधर, एनआइए की टीम पूछताछ के बाद राज्य में स्थित आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) के अधिकारी पूछताछ के लिए अब्दुल के यहां धमक गए. एटीएस ने अब्दुल से करीब चार घंटे तक विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी ली और पीआर बांड पर उसे छोड़ दिया. एटीएस के अधिकारी भी लौट गए हैं. बहरहाल, यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है और जितनी मुंह उतनी बातें कही जा रही है.

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