सीतामढ़ी. जिले में पिछले पांच दिन से भीषण गर्मी पड़ रही है. सूरज की तपिश इतनी अधिक है कि मानो आसमान से अग्नि वर्षा हो रही हो. चिलचिलाती गर्मी और प्राकृतिक आफत के कारण सुबह 10.00 बजे से ही लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है. तपिश और चिलचिलाती गर्मी के डर से लोगों को अपनी योजनाएं टालनी पड़ रही है. स्थिति यह बन गयी है कि करीब सात घंटे तक लोगों को गर्मी से बचने के लिए अलग-अलग तरकीब अपनाना पड़ रहा है. साधन संपन्न लोग कूलर और एसी वाले कमरे में समय बिता रहे हैं. वहीं, साधन विहीन लोग आम के बगीचे या किसी छायादार वृक्ष के नीचे बैठकर विचलित करने वाली भीषण गर्मी से बचने की कोशिश करते देखे जा रहे हैं. चिलचिलाती गर्मी पशु-पक्षियों तक को परेशान कर रही है. सड़क, बाजार व भीड़भाड़ वाले चौक-चौराहे करीब सात घंटे तक खाली दिख रहे हैं. शाम करीब पांच बजे के बाद ही सड़कों पर वाहनों के हॉर्न की आवाज गूंजती है. इससे पूर्व सड़कों पर इक्के-दुक्के वाहन ही आते-जाते दिखाई दे रहे हैं.
जिला कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ राम इश्वर प्रसाद से मिली जानकारी के अनुसार, जिलेवासियों को अगले कई दिनों तक इसी प्रकार की भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि अगले पांच दिन तक भारत मौसम विभाग द्वारा जिले के लिए जो एडवाइजरी जारी किया जाता है, उसके अनुसार बारिश की संभावना नहीं दिख रही है. हालांकि, स्थानीय मौसम में यदि कोई संयोग बना तो बारिश से इनकार भी नहीं किया जा सकता है. बताया कि सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान करीब 38 डिग्री और न्यूनतम तापमान करीब 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, मंगलवार को अधिकतम तापमान 39 व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. यही तापमान अगले पांच दिन तक बने रहने की संभावना है.
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