नेपाल में रची गई थी मुखिया मुन्ना मिश्रा के हत्या की साजिश, बदमाशों के टारगेट पर जितेश झा और निशित सिंह भी

हथियार व चोरी की बाइक के साथ जिले के रीगा थाना पुलिस के हत्थे चढ़ें शातिर बदमाश रौशन कुमार ने कचौर मुखिया मुन्ना मिश्रा हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने साथियों के नाम का खुलासा किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 19, 2024 9:12 PM

सीतामढ़ी. हथियार व चोरी की बाइक के साथ जिले के रीगा थाना पुलिस के हत्थे चढ़ें शातिर बदमाश रौशन कुमार ने कचौर मुखिया मुन्ना मिश्रा हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने साथियों के नाम का खुलासा किया है. रौशन ने यह भी बताया है कि मुखिया मुन्ना समेत जितेश झा और निशित सिंह भी टारगेट में है. –घटना में शामिल बदमाश मुखिया को मानते थे अपना दुश्मन जिले के महिंदवारा थाना क्षेत्र के महेशा फरकपुर गांव निवासी स्व वीर बहादुर राय के पुत्र रौशन ने अपने स्वीकरोक्ति बयान में बताया है कि वह महिंदवारा थाना अंतर्गत एक लूटकांड में भागकर डुमरा थाना अंतर्गत पकटोला गांव स्थित अपने मामा के घर चला गया था. रौशन और उसके मामा का पोता गौतम यादव अच्छे दोस्त थे. बताया कि तकरीबन साल भर पहले मोहन बैठा के आदमी सर्वेश दास की हत्या हुई थी. मोहन बैठा का मानता था कि उस हत्या में मुन्ना मिश्रा का हाथ था. इसी प्रकार रामजी राय की हत्या में भी मुन्ना मिश्रा का हाथ होने की बात सामने आई थी. कचौर गांव का हीं गौतम चौधरी, पत्नी व पिता समेत जेल जाने के पीछे मुन्ना मिश्रा का हीं हाथ मानता था. वहीं मटियार कला का विकेस दास भी अपने जेल जाने और भाई राकेश दास की हत्या के पीछे मुन्ना मिश्रा का हीं हाथ मानता था. तब से सभी लोग मुन्ना मिश्रा को रास्ता से हटाने का प्लान करने लगा. –मुखिया का ग्रामीण गौतम चौधरी कर रहा था मुख्य लाइनर का काम इस संबंध में जिले के भोरहा, कचवच्चीपुर व नेपाल के मलंगवा में बैठक कर जितेश झा, निशित सिंह व मुन्ना मिश्रा को टारगेट किया गया था. इसमें सबसे सॉफ्ट टारगेट मुन्ना को मानकर कई दिनों तक रेकी की गयी. रौशन ने बताया कि उसके चचेरा मामा का पोता गौतम यादव भी घटना में संलिप्त था. मुन्ना मिश्रा के ही गांव का गौतम चौधरी मुख्य लाइनर था. एक सप्ताह की रेकी के बाद 20.11.24 को हत्या का दिन तय किया गया. तय हुआ कि कोई भी आदमी घटना में अपना मोबाइल नंबर प्रयोग नहीं करेगा. सब लोग मोबाईल रख कर प्लान के अनुसार बरियारपुर पहुंचे. वहां कई लोग थे, जिसमें डुमरा थाना अंतर्गत पकटोला का गौतम यादव, विक्रम यादव, बथनाहा थाना अंतर्गत बथनाहा गांव निवासी नरेश साह का पुत्र आकाश साह, सत्यनारायण पासवान का पुत्र सचिन कुमार, बथनाहा थाना अंतर्गत मजगावा निवासी कलेवर राय का पुत्र समरजीत राय, मटियार कला का विकेश दास, दोस्तिया भुतही का रौशन दास, डुमरा के भीसा का शशि यादव, रीगा के भोरहा का अभिषेक बैठा, मोहन बैठा का बॉडीगार्ड बेलसंड थाना के भटौलिया गांव का सौरभ उर्फ रवि बैठा उर्फ मौत व चन्दन मेहरा समेत अन्य 7-8 लोग थे. बॉक्स में –राजेस पासवान व कन्हाई ठाकुर ने वाहन उपलब्ध कराया शुरू में मुखिया की गाड़ी को ट्रैक्टर से रोकने का प्लान था. लेकिन बाद में विक्रम यादव स्कार्पियों ले आया. गौतम चौधरी बताया कि मुखिया शाम को 7-8 बजे घर से सीतामढ़ी आने के लिए निकलता है. घटना में तीन अपाचे एक पल्सर बाइक राजेश पासवान व कन्हाई ठाकुर ने उपलब्ध कराया था. घटना कारित करने की जगह मोहनपुर चौक से आगे हरिहरपुर के पास तय किया गया था. चूंकि मुखिया उसी रास्ते से आता-जाता था. तय समय पर रौशन व समरजित साइकिल चौक पर जाकर इंतजार करने लगे. 8 बजे रात में कन्फर्म हुआ कि मुखिया निकल चुका है तो सभी लोग अपना-अपना जगह पकड़ लिए. बताया गया कि केटा चार चक्का से मुखिया जा रहा हैं. फुलकाहा मोड़ से समरजीत के पहचान का दो आदमी लाइनिंग कर रहा था. वह फुलकाहा मोड से मुखिया के गाड़ी के पीछे-पीछे साइकिल चौक तक आया, जहां से सभी लोग गाड़ी के पीछे हो गए. समरजित ने यह सूचना व्हाटसअप पर आगे दी. हरिहरपुर मोड़ के पास मुखिया की गाड़ी पहुंचते हीं स्कार्पियों से मुखिया की गाड़ी को रोक दिया गया. जिसके मुखिया की गाड़ी रूक गई. ईंअ से मुखिया के गाडी का शीशा तोड़ने के बाद विकेश दास, गौतम यादव, शशि यादव व सचीन पासवान गोली चलाने लगा. अन्य बदमाश हाथ में हथियार से राह चलते लोगो को डरा धमका कर भगा रहे थे. घटना के बाद सबलोग मोहनपुर की तरफ भाग गये.

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