कॉलेज के शिक्षक व कर्मियों को सेवामुक्त करने का आदेश निरस्त

किसान कॉलेज, बरियारपुर के सेवा मुक्त शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है. इन शिक्षकों को न्याय मिला है. या

By Prabhat Khabar News Desk | May 22, 2024 3:23 PM

सीतामढ़ी. किसान कॉलेज, बरियारपुर के सेवा मुक्त शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है. इन शिक्षकों को न्याय मिला है. यानी सेवा मुक्त शिक्षक फिर से योगदान करेंगे. यह फैसला जिला अपीलीय प्राधिकार का है. प्राधिकार ने कॉलेज के प्राचार्य को सेवा मुक्त आधा दर्जन से अधिक शिक्षकों को योगदान कराने का आदेश दिया है. इस आदेश से पूर्व शिक्षकों में काफी खुशी है.

— डेढ़ दर्जन शिक्षक प्रभावित

सेवा से मुक्त किए गए करीब डेढ़ दर्जन शिक्षकों द्वारा प्राधिकार में अलग अलग वाद दायर दिया गया था. सभी वादों पर एक साथ सुनवाई कर प्राधिकार द्वारा फैसला सुनाया गया है. फैसले में प्राधिकार ने कॉलेज प्रबंधन द्वारा शिक्षकों को सेवा मुक्त करने की कार्रवाई को अवैध करार दिया है. इसके साथ ही प्राधिकार ने सेवा मुक्त करने को लेकर जारी तमाम पत्रों को निरस्त कर दिया है. इसके साथ ही सेवा मुक्त तमाम शिक्षकों की अपील को स्वीकृत कर लिया गया है. कॉलेज को एक माह के अंदर संबंधित शिक्षकों को अपने-अपने मूल विषय व मूल आवंटित पद पर पूर्ववत सभी लाभों व सुविधाओं सहित योगदान सुनिश्चित करने के साथ ही इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को देने का आदेश दिया है.

— रिटायर शिक्षकों को भी लाभ

फैसले में प्राधिकार ने कहा है कि जिन अपीलार्थीगण यानी सेवा मुक्त शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की अवधि वाद दायर करने और वाद लंबित रहने के दौरान पूरी हो चुकी है, उन्हें भी निर्वाध रूप से सेवानिवृति की अवधि तक सेवारत माना जाय और उन्हें प्राप्त होने वाली संपूर्ण लाभ व सुविधा प्रदान की जाए. खास बात यह कि प्राधिकार ने कॉलेज प्रबंधन को परंपरा के अनुसार पूर्व की भांति अन्य सेवानिवृत शिक्षक एवं कर्मियों की तरह सम्मान पूर्वक विदाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. ताकि कॉलेज की गरिमा बरकरार रहे.

— इन्होंने दायर किया था वाद

कॉलेज के जिन शिक्षकों ने वाद दायर किया था, उनमें क्रमश: प्रो संगीता कुमारी, प्रो कृष्णदेव राउत, प्रो राम कृपाल महतो, प्रो रवि प्रकाश, प्रो संजीव कुमार, प्रो एजाज अहमद, प्रो चंदन कुमार रमण, प्रो संदीप कुमार, प्रो दिनेश राम, प्रो रामनाथ प्रसाद, प्रो रामप्रीत महतो, प्रो गजेंद्र सिंह, प्रो राम एकवाल सिंह, प्रो नरेंद्र कुमार के आलावा तीन आदेशपाल शामिल है. इनमें से कुछ बीपीएससी के तहत अब शिक्षक भी बन चुके हैं.

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