सीतामढ़ी. जदयू के पूर्व एमएलसी रामेश्वर महतो ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अपने इस्तीफे में कहा है कि इश्वर उन्हें सदैव स्वस्थ रखें और वे देश व प्रदेश की प्रगति के लिये कार्य करते रहें. उन्होंने मुख्यमंत्री से उन्हें मिले स्नेह और सम्मान के लिये मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया है और सीएम को लव-कुश कुल के गौरव और सामाजिक न्याय के पुरोधा बताते हुए अपने इस्तीफे में स्थानीय सांसद देवेश चंद्र ठाकुर को मुख्यमंत्री के विचारधारा के विपरीत और सामाजिक न्याय का विरोधी बताया है.
गुमराह करने का आरोप लगाया
सांसद ठाकुर पर सीएम के विचारधारा का आतंरिक विरोध करने और सीएम के विचारधारा को जीनेवाले उनके जैसे लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. सांसद श्री ठाकुर पर मुख्यमंत्री को मिसगाइड करने और सीएम के नाम को मिसयूज करने, जिले के पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित एवं वंचित समाज का शोषण करने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने सांसद श्री ठाकुर पर अपने इस्तीफे में आरोप लगाया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में देवेश चंद्र ठाकुर द्वारा सीएम नीतीश कुमार पर 10 करोड़ रुपये लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाकर उनके विरुद्ध दुष्प्रचाार करने का भी पत्र में जिक्र किया है. जानकारी के अनुसार, रामेश्वर महतो का एमएलसी का कार्यकाल इसी वर्ष अप्रैल महीने में समाप्त हो गया था. इस तरह फिलहाल वे पूर्व एमएलसी हैं.
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