जानकी जी की भक्ति से दुख क्लेस का हरण : पुनित जी
संत कुंभ के बीच श्री सीताराम नाम सुखधाम आश्रम मुठिया बाबा की कुटिया अल्हाउर हरिछपरा में चल रहे नाम रूप लीला धाम महायज्ञ अखंड नामधुन, श्री राम चरित मानस नवाह पाठ, श्री जानकी चरितामृत कथा
सीतामढ़ी. संत कुंभ के बीच श्री सीताराम नाम सुखधाम आश्रम मुठिया बाबा की कुटिया अल्हाउर हरिछपरा में चल रहे नाम रूप लीला धाम महायज्ञ अखंड नामधुन, श्री राम चरित मानस नवाह पाठ, श्री जानकी चरितामृत कथा और भक्त माल कथा में श्रध्दालू भाव विभोर हो आनंद प्राप्त कर रहे हैं. महायज्ञ के अंतिम चरण में बुधवार को प्रातः जानकी चरितामृत कथा के दौरान आयोजक संत श्री किशोरी शरण मधुकर मुठिया बाबा ने कहा कि हमारी जनक दुलारी जानकी सर्व समर्थ महादेवी हैं. वे अपने भक्तों के सभी प्रकार के दुख क्लेश और संताप का हरण कर सब प्रकार से मंगल करती हैं. उनके चरण में प्रीति रखने वालों का वह सर्वप्रथम बुद्धि निर्मल करती हैं और बुद्धि निर्मल होते ही वह व्यक्ति अंनंत कोटि ब्रह्मांड नायक भगवान श्रीराम के ह्दय में स्थान प्राप्त कर लेता है. — सब काम छोड़कर सिर्फ एक माला सीता की जा जप लें…
कहा कि जननी जानकी जी की इस प्राक्टय स्थली पर एक माला जप करने पर सह्रत्र माला जप का फल मिलता है. अतः सब काम छोड़कर सिर्फ एक माला उनका नाम जप लें, फिर उनकी कृपा बरसने लगेगी. भक्त माल कथा के दौरान संत पुनीत जी भक्तमाली ने कहा कि जो संत सेवा ,गौमाता सेवा और अतिथि सेवा के लिए संकल्पित रहते हैं, भगवान उनके अधीन होकर उनके घर में निवास करने लगते हैं. बक्सर के संत राजाराम शरण जी, अयोध्या के अजय शरण, भागलपुर के रामानंद शरण, करतलिया बाबा रामेश्वर शरण, चित्रकूट के राम दुलारी शरण, वाराणासी के माधव दास जी, स्थानीय संत दिनेश दास, राम रसिक शरण, मैथिली शरण, अवधेश कुमार शरण, संत भूषण दास दर्जनों साधु-संत व श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है