50 फुट में टूट गयी आरइओ सड़क

नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी वर्षा के चलते श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहनेवाली रातो नदी में आयी बाढ़ का पानी दिवारी मतौना पंचायत की सिमियाही गांव में प्रवेश कर गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2024 9:51 PM

सुरसंड. नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी वर्षा के चलते श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहनेवाली रातो नदी में आयी बाढ़ का पानी दिवारी मतौना पंचायत की सिमियाही गांव में प्रवेश कर गया है. कुल तीन वार्ड के इस गांव में करीब 600 परिवार में से 300 परिवार बाढ़ के पानी से चौतरफा घिर गया है. जबकि रातो नदी के तटबंध के भीतर स्थित वार्ड संख्या चार का 40, वार्ड संख्या पांच का 20 व वार्ड संख्या छह का 12 परिवार पूर्णरूपेण प्रभावित है. वार्ड संख्या छह के करीब एक दर्जन अनुसूचित जाति व अल्पसंख्यक परिवार गांव के स्कूल में शरण लिए हुए है. एनएच 227 से सिमियाही गांव में जानेवाली एकमात्र आरइओ सड़क करीब 50 फीट में टूट गयी है. टूटे हुए स्थान पर अथाह पानी का प्रवाह होने से आवागमन पूर्णरूपेण ठप है. मानेश्वर स्थान हाइस्कूल के बगल से सिमियाही वार्ड संख्या चार में जानेवाली पीसीसी सड़क पर तीन फुट पानी का बहाव हो रहा है. गांव की सभी रास्ते बाढ़ के पानी में डूब गया है. वार्ड सदस्य प्रतिनिधि नजरे आलम व सामाजिक कार्यकर्ता शिवजी साह ने बताया कि बागमती प्रमंडल के पदाधिकारियों की गलती के चलते सिमियाही गांव की स्थिति बाढ़ से बेहाल है. तटबंध निर्माण के लिए बनाये गए नक्शा में यदि सुधार नहीं किया गया तो इस गांव के लोगों को प्रतिवर्ष बाढ़ की त्रासदी झेलना पड़ेगा. हालांकि एक सप्ताह पूर्व सिमियाही गांव में आयी बाढ़ का निरीक्षण करने अनुमंडल व प्रखंड प्रशासन के साथ पहुंचे डीएम रिची पांडेय ने बागमती प्रमंडल के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी थी. उनका कहना था कि बाढ़ से घिरे परिवारों को बगैर विस्थापित कराए किस आधार पर तटबंध का निर्माण कराया गया. इधर, भिट्ठामोड़ से रातो पुल के बीच एनएच 227 पर से पानी उतर गया है. जबकि श्रीखंडी भिट्ठा पंचायत की वार्ड संख्या पांच की स्थिति जस की तस बनी हुई है. उक्त वार्ड में जानेवाली एकमात्र पीसीसी सड़क पर पानी का तेज बहाव होने से लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है. लोगों को रोजमर्रा की सामान खरीदारी करने के लिए भिट्ठामोड़ चौक पर जाना भी मुश्किल हो गया है. प्रत्येक वर्ष रातो नदी का कहर झेल चुके अनुसूचित व पिछड़ी जाति के करीब 500 परिवारों को घर में कैद रहने को विवश कर दिया है. बाढ़ की सूचना पर पुपरी के एसडीओ मो इश्तेयाक अली अंसारी, सीओ सतीश कुमार व एमओ अमन कुमार सिमियाही व श्रीखंडी भिट्ठा गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. साथ ही श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी पंचायत की मुखिया रेणुका साह, मुखिया प्रतिनिधि राम विवेकी साह व सिमियाही गांव के लोगों से मिलकर बाढ़ के मद्देनजर सावधानी बरतने की अपील की. तत्पश्चात उन्होंने प्रखंड कार्यालय के बगल में स्थित अनाज गोदाम का निरीक्षण किया. वहीं जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं को हर हाल में समय सीमा के भीतर सभी उपभोक्ताओं का ई-केवाईसी कर लेने का निर्देश दिया.

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