सीतामढ़ी. एसपी मनोज कुमार तिवारी ने कर्तव्य के प्रति लापरवाह पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की है. वहीं, कार्य में कोताही को लेकर कुछ अफसरों को फिलहाल चेतावनी दी गई है, तो बेहतर कार्य करने वाले पुलिस अफसरों को पुरस्कृत किया गया है. उक्त आशय का आदेश जारी कर दिया गया है. एसपी की यह कार्रवाई जिला पुलिस महकमें में चर्चा का विषय बना हुआ है. कार्रवाई विशेष कर उन पुलिस अफसरों के लिए एक सबक है, जिन्हें चेतावनी देकर फिलहाल कार्रवाई से मुक्त रखा गया है. — 22 अफसरों को “घोर निंदन ” की सजा बताया गया है कि एसपी तिवारी ने वारंट, कुर्की, गैर जमानतीय वारंट व इश्तेहार का अधिक से अधिक निष्पादन करने को थानाध्यक्षों व नोडल अफसरों को निर्देश दिया था. 15 नवंबर 24 को वितंतु संवाद के माध्यम से लंबित हजारों वारंट/कुर्की/इश्तेहार/गैर जमानतीय वारंट के निष्पादन को 16 व 17 नवंबर को विशेष समकालीन अभियान चला कर प्रतिवेदन सौंपने को कहा गया था. बावजूद 22 थानाध्यक्ष एवं नोडल पदाधिकारियों द्वारा उक्त आदेश की अवहेलना की गई. इनमें से कन्हौली एवं नानपुर थानाध्यक्ष द्वारा मात्र एक-एक मामले का निबटारा किया गया, जिसे एसपी ने खानापूर्ति करार दिया है. इन अफसरों की उक्त कार्यशैली से खफा एसपी ने उनकी सेवा पुस्तिका में एक-एक “घोर निंदन ” की सजा दी है. –इन अफसरों पर हुई है कार्रवाई जिन थानाध्यक्षों पर उक्त कार्रवाई की गई है, उनमें पुनौरा के आलोक कुमार यादव, सुप्पी के विष्णुदेव, गाढ़ा के रॉकी कुमार, परिहार के राज कुमार गौतम, बथनाहा के धनंजय चौधरी, बोखड़ा के त्रिपुरारी कुमार, परसौनी के ओमपुकार प्रिय, नानपुर के अशोक कुमार, चोरौत के सुखविंद्र नैन, डुमरा के अमरेन्द्र कुमार, व कन्हौली के सेंटू कुमार शामिल है. वहीं, कार्रवाई के शिकार बने नोडल अफसरों में क्रमश: डुमरा थाना के सअनि श्रवण कुमार, पुनौरा के पुअनि राणा अतुल, सुप्पी के पुअनि तालकेश्वर कुमार, गाढ़ा के सअनि अनुज कुमार, परिहार के सअनि दीनदयाल उपाध्याय, बथनाहा के सअनि सत्येंद्र कुमार, चोरौत के पुअनि अजीत कुमार रंजन, नानपुर के पुअनि अशोक कुमार, बोखड़ा के पुअनि त्रिपुरारी कुमार राय, परसौनी के पुअनि उदय कुमार, नानपुर के पीटीसी ओम प्रकाश व कन्हौली के सअनि दिग्विजय कुमार सिंह शामिल है. बॉक्स में : –नगर समेत सात थानाध्यक्षों को मिली चेतावनी वारंट व कुर्की की कार्रवाई में पीछे रहने वाले जिले के सात थानाध्यक्षों को एसपी ने चेतावनी देकर फिलहाल कार्रवाई से मुक्त रखा है, उनमें नगर थानाध्यक्ष के आलावा मेजरगरंज थानाध्यक्ष, महिंदवारा थानाध्यक्ष, रुन्नीसैदपुर थानाध्यक्ष, सोनबरसा थानाध्यक्ष, सुरसंड थानाध्यक्ष व पुपरी थानाध्यक्ष शामिल है. खास बात यह कि 22 थानाध्यक्ष व नोडल पदाधिकारियों की तरह इन सात थानाध्यक्षों द्वारा भी एक भी मामले का निष्पादन नहीं किया जा सका है. — इन्हें भी मिली है “घोर निंदन ” की सजा अक्तूबर के मासिक अपराध गोष्ठी के दौरान एसपी के द्वारा दिए गए निर्देश के बावजूद लंबित वारंट/कुर्की/इश्तहार/गैर जमानतीय वारंट का निष्पादन नहीं करने पर विभिन्न थानों के नोडल पदाधिकारी क्रमश: नगर थाना के पुअनि जितेन्द्र कुमार, मेजरगंज के पुअनि शिवचन्द्र यादव, महिंदवारा के यादवेन्दु कुमार सिंह, रून्नी सैदपुर की पुअनि कल्याणी कुमारी, सोनबरसा के पुअनि दीपक कुमार, सुरसंड के सअनि राकेश कुमार, व पुपरी के सअनि गजेन्द्र कुमार को भी एक – एक निंदन की सजा मिली है. बॉक्स में –अपर थानाध्यक्ष पुष्पा समेत नौ पुलिस अफसरों को पुरस्कार लंबित वारंट/कुर्की/इश्तहार/ गैर जमानतीय वारंट के निष्पादन में बेहतर कार्य करने वाले नौ थानों के पुलिस अफसरों को एसपी ने उनकी सेवा पुस्तिका में एक – एक ” सुसेवांक ” से पुरस्कृत किया है. इनमें क्रमश: मेहसौल थाना की अपर थानाध्यक्ष कुमारी पुष्पा, सहियारा के पुअनि प्रमोद कुमार-एक, बेलसंड के पुअनि जयशंकर सिंह, भिट्ठा के पुअनि रजनीश कुमार,, बैरगनिया के सअनि कुमोद कुमार, बेला के सअनि संतोष कुमार, भुतही के सअनि राज दीपक, रीगा के सअनि राकेश आनंद व बाजपट्टी के पीटीसी कन्हैया सम्राट शामिल है.
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