मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल से रची गयी थी रालोमो नेता की हत्या की साजिश
महिंदवारा थाना क्षेत्र के चक्की ढाव चौड़ में 31 दिसंबर 2024 को मुजफ्फरपुर जिले के रामपुर हरि थाना क्षेत्र के खरहर गांव निवासी रालोमो नेता, पूर्व सरपंच व लकड़ी व्यापारी मनोज कुमार उर्फ मनोज प्रसाद के हत्या की साजिश मुजफ्फरपुर के खुदीराम बोस सेंट्रल जेल से रची गयी थी.
सीतामढ़ी. महिंदवारा थाना क्षेत्र के चक्की ढाव चौड़ में 31 दिसंबर 2024 को मुजफ्फरपुर जिले के रामपुर हरि थाना क्षेत्र के खरहर गांव निवासी रालोमो नेता, पूर्व सरपंच व लकड़ी व्यापारी मनोज कुमार उर्फ मनोज प्रसाद के हत्या की साजिश मुजफ्फरपुर के खुदीराम बोस सेंट्रल जेल से रची गयी थी. इस साजिश में हत्या समेत कई संगीन मामलों में आरोपित सुजीत कुमार का नाम सामने आया है. इस संदर्भ में मृतक रालोमो नेता के पिता रामप्रीत प्रसाद के आवेदन पर गुरुवार को महिंदवारा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी में पप्पू प्रसाद उर्फ पांचू कुमार पिता कृष्णदेव प्रसाद, पुनीत प्रसाद पिता स्व नन्हीपत प्रसाद उर्फ भोगा भगत, शेखर कुमार पिता स्व दीपनारायण प्रसाद, सुबोध कुमार पिता स्व दीपनारायण प्रसाद, कृष्णदेव प्रसाद पिता स्व नन्हीपत प्रसाद उर्फ भोगा भगत, विपिन प्रसाद पिता कृष्णदेव प्रसाद, पंकज कुमार उर्फ मुनीफ प्रसाद पिता नन्हीपत प्रसाद, केंद्रीय काराधीन हत्या आरोपी सुजीत कुमार पिता स्व दीपनारायण प्रसाद सभी खरहर, थाना रामपुर हरि जिला मुजफ्फरपुर के अलावा तीन से चार अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है. प्राथमिकी में एक आपराधिक षड्यंत्र के तहत एक मत होकर हत्या करने की बात कही गयी है. यह भी कहा है कि 29 दिसंबर 2024 को शेखर कुमार अपने भाई सुजीत कुमार से मिलने सेंट्रल जेल मुजफ्फरपुर गए, जहां सुजीत हत्या के आरोप में काराधीन है. सेंट्रल जेल पर ही शेखर व उसके भाई सुजीत ने मिलकर पुत्र की हत्या की साजिश रची. बताया है कि मनोज को पांच गोलियां लगी थी. आरोपितों पर मोबाइल और कुछ कैश लेकर भागने का भी आरोप लगाया है.
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