दो बार निविदा के बावजूद नहीं हुई रीगा चीनी मिल चालू करने की घोषणा
संयुक्त किसान मोर्चा के घटक संगठन बिहार राज्य किसान सभा, संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, जय किसान आंदोलन तथा किसान सभा, सीतामढ़ी की संयुक्त बैठक किसान सभा कार्यालय में जय किसान आंदोलन के नेता हृषिकेष कुमार की अध्यक्षता में हुई.
सीतामढ़ी. संयुक्त किसान मोर्चा के घटक संगठन बिहार राज्य किसान सभा, संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा, जय किसान आंदोलन तथा किसान सभा, सीतामढ़ी की संयुक्त बैठक किसान सभा कार्यालय में जय किसान आंदोलन के नेता हृषिकेष कुमार की अध्यक्षता में हुई. बैठक में मोर्चा के केंद्रीय निर्णय के आलोक में एमएस पीसीटू 50% पर कानून नहीं बनाने की निंदा की गयी. कहा गया कि रीगा चीनी मिल बंद हुआ मिल चालू कराने की घोषणा का हश्र यही है कि दो बार के निविदा में मिल चलानेवाला कोई उद्ममी नहीं मिला. किसानों के गन्ना मूल्य के 53 करोड़ के बकाये के भुगतान का नहीं हुआ. पेंच फंसाकर किसानों का भुगतान नहीं किया गया. बिहार में एपीएमसी की वापसी नहीं हुई, बढ़ती लागत के बावजूद गन्ना मूल्य में तीन वर्षों में मात्र 15-20 रुपये की वृद्धि हुई. बैठक में सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर चर्चा की गयी. मौके पर मोर्चा नेता डॉ आनंद किशोर, जयप्रकाश राय, जलंधर यदुवंशी, बैद्यनाथ हाथी, चंद्रदेव मंडल, शशिधर शर्मा, विश्वनाथ बुंदेला, भोला बिहारी, संजय कुमार,सुरेश बैठा, नंदकिशोर मंडल, अशोक कुमार सिंह, रामबाबू सिंह, विमल किशोर राम, शिवशंकर प्रसाद, श्रीप्रकाश पूर्वे, मो अकबर, पप्पू कुमार, मो नूर आलम, सुरेश राय सहित अन्य किसान नेता मौजूद रहे.
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