लगन को मुक्त कराने के लिए नेपाल सीमा पर डेरा डाले हैं हजारों ग्रामीण
लगन किशोर राय को नेपाल सशस्त्र प्रहरी के कब्जे से छुड़ाने के लिए इंडो-नेपाल बॉर्डर पर जोर आजमाइश तेज हो गयी है.
सीतामढ़ी : लगन किशोर राय को नेपाल सशस्त्र प्रहरी के कब्जे से छुड़ाने के लिए इंडो-नेपाल बॉर्डर पर जोर आजमाइश तेज हो गयी है. युवक को मुक्त कराने के लिए परिजन के साथ लालबंदी, सहोरवा, जानकी नगर, हनुमाननगर व पटेरवा के लगभग पांच हजार की संख्या में ग्रामीणों ने सीमा के सटे दूसरे छोर (भारतीय क्षेत्र) में डेरा डाल दिया है. ग्रामीणों का हुजूम नेपाल पुलिस के विरोध में नारेबाजी भी करता रहा. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक लगन किशोर राय को नेपाल पुलिस के कब्जे से सकुशल नहीं छोड़ा जायेगा, हमलोग एक कदम पीछे नहीं हटेंगे. ग्रामीणों को शांत कराने के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 51 वीं बटालियन के अधिकारी व जवान कैंप कर रहे हैं.
हालांकि नेपाल पुलिस की तरफ से लगन को अभी छोड़ने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है. प्रशासनिक, पुलिस व एसएसबी के अधिकारी भी असमंजस की स्थिति में हैं. सीमा से सटे नेपाल के सर्लाही जिले के नेपाल सशस्त्र प्रहरी के जवानों की फायरिंग में युवक की मौत व दो व्यक्ति के जख्मी होने की घटना के बाद डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा व एसपी अनिल कुमार के निर्देश पर सदर एसडीओ कुमार गौरव, सदर एसडीपीओ डॉ कुमार वीर धीरेंद्र, एएसडीओ रोचना माद्री, प्रशिक्षु डीएसपी, बीडीओ ओमप्रकाश, सीओ अशोक कुमार, सुरसंड इंस्पेक्टर फारूक हुसैन, थानाध्यक्ष राकेश रंजन घटनास्थल पर स्थिति पर नजर रखे हैं. विधि-व्यवस्था को लेकर आधा दर्जन थाने की पुलिस की भी वहां तैनाती की गयी है. इसके अलावा एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट संतोष कुमार सिंह, असिस्टेंट कमांडेंट नमित अहलावत, लालबंदी बीओपी कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर रंगेश कुमार भी भारी संख्या में सशस्त्र जवानों के साथ कैंप कर सुरक्षा पर निगरानी रखे हुए हैं.
लगन किशोर राय को मुक्त कराने को लेकर एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट व एसडीपीओ ने नेपाल के सर्लाही जिले के नेपाल सशस्त्र प्रहरी के एसपी गंगाराम श्रेष्ठ, एसपी जनपद व इंस्पेक्टर जय बहादुर दलेपुथे से वार्ता की. हालांकि वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला है. विकेश का शव पहुंचते ही भड़का आक्रोशलगन किशोर राय के परिजन भी ग्रामीणों के साथ उसके मुक्त होने तक डटे हैं. पुत्र शत्रुध्न कुमार ने बताया कि नेपाल सशस्त्र प्रहरी के जवानों ने बेवजह उसकी तथा पिता की पिटाई कर दी है. शुक्रवार की शाम गोली से मृत विकेश का शव पहुंचते ही ग्रामीणों का आक्रोश और भड़क गया. समूह में जुटे ग्रामीणों ने नेपाल पुलिस के विरोध में जोर-जोर से नारेबाजी शुरू कर दी. स्थानीय अधिकारियों द्वारा शांति बनाने की अपील का भी इन ग्रामीणों के उपर कोई असर नहीं पड़ रहा था. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक लगन किशोर राय छूटकर नहीं आता है, तब तक विकेश का शव यहीं पड़ा रहेगा. सरपंच शिवजी राय, पंसस सूर्यदेव राय, सामाजिक कार्यकर्ता मिथिलेश यादव, रवींद्र कुमार यादव, नागेंद्र राय, उमेश यादव, बृजकिशोर राय, छबिला राय, तेजनारायण राय ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन व सीमा सील के बावजूद नेपाल पुलिस पैसा लेकर तस्करों की मदद कर रही है. सीमा पार से लगभग प्रतिदिन शराब व अन्य सामानों की तस्करी की जा रही है.हर गतिविधि पर है प्रशासन की नजरभारत-नेपाल सीमा पर सोनबरसा के लालबंदी के समीप नेपाल सशस्त्र प्रहरी द्वारा फायरिंग में एक युवक की मौत हो गयी है. वहीं दो जख्मी है. प्रशासनिक अधिकारी वहां कैंप कर रहे हैं. प्रत्येक गतिविधियों पर प्रशासन की ओर से नजर रखी जा रही है. अभिलाषा कुमारी शर्मा, डीएम, सीतामढ़ी