बैरगनिया रेलवे स्टेशन से तीन बाल श्रमिक मुक्त, दो बिचौलिये गिरफ्तार

जिले के बैरगनिया रेलवे स्टेशन से बालकों की तस्करी करने का मामला सामने आया है. बचपन बचाओ आंदोलन एवं इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 20वीं वाहिनी की संयुक्त टीम ने तीन नाबालिग बच्चों को मुक्त करवाया है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 19, 2024 9:33 PM

सीतामढ़ी. जिले के बैरगनिया रेलवे स्टेशन से बालकों की तस्करी करने का मामला सामने आया है. बचपन बचाओ आंदोलन एवं इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 20वीं वाहिनी की संयुक्त टीम ने तीन नाबालिग बच्चों को मुक्त करवाया है. साथ ही इन बच्चों की तस्करी करने वाले दो व्यक्ति को भी पकड़ कर जीआरपी सीतामढ़ी जंक्शन को सुपुर्द कर कानूनी कार्रवाई हेतु आवेदन दिया गया है. मुक्त तीनों नाबालिग बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेश से बाल गृह में आवासित करवाया गया है. मालूम हो कि बचपन बचाओ आंदोलन एवं एसएसबी 20 वी वाहिनी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को लगातार बाल श्रम के उद्देश्य से नाबालिग बच्चों की तस्करी किए जाने की सूचना मिल रही थी. जिसके उपरांत एसएसबी एएचटीयू के प्रभारी पीसी झा, बचपन बचाओ आंदोलन के सहायक प्रोजेक्ट अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी, एसएसबी के एएसआइ राजेंद्र सिंह की अगुवाई में बाल तस्करी से बच्चों को मुक्त करवाया गया है. मामले में दो व्यक्ति एक नेपाली नागरिक एवं बैरगनिया थाना क्षेत्र के निवासी के द्वारा नेपाल के रोतहट जिला से तीन नाबालिग बच्चों को पांच सौ रुपए प्रदान कर प्रलोभन देकर यूपी के लखनऊ के एक होटल में खाना बनाने कठिन कार्य हेतु बाल श्रम के लिए तीन हजार मासिक मजदूरी के नाम पर प्रलोभित कर प्रेरित किया गया इसके बाद दोनों आरोपियों ने संयुक्त रूप से नेपाल से तस्करी कर ट्रेन में चढ़ने के इरादे से बैरगनिया भारत की यात्रा की, और उत्तर प्रदेश के लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर उतरने की योजना बनाई। उसके पास रेलवे टिकट भी थे। और दोनों आरोपियों के द्वारा संयुक्त रूप से तीनों बच्चों की तस्करी नेपाल से बाल श्रम के लिऐ की गयी थी. तीनों बच्चों को बैरगनिया स्टेशन से मुक्त करवा लिया गया.

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