सीतामढ़ी. हत्या, लूट, अपहरण, रंगदारी समेत कई संगीन कांडों में वांछित श्याम पांडेय गुरुवार की रात अपने शार्गिद के साथ जिला पुलिस की विशेष टीम के हत्थे चढ़ गया. वह जिले के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शुमार है. सदर एसडीपीओ-1 राम कृष्णा के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने उस कुख्यात अपराधी व उसके सहयोगी को मेजरगंज थाना क्षेत्र के बसबिट्टा श्रीनगर सरेह की घेराबंदी कर उसे पकड़ा. इस दौरान पुलिस से मुठभेड़ भी हुई. जिसमें श्याम पांडेय ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर गोली से फायर की. इसके बाद मेजरगंज थानाध्यक्ष ने आत्मरक्षार्थ अपने सर्विस पिस्टल से फायरिंग की. पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद श्याम पांडेय व उसका शार्गिद भागने लगा, जिसे पुलिस टीम ने पकड़ लिया. श्याम पांडेय बसबिट्टा निवासी रामाश्रय पांडेय का पुत्र है. वहीं, दूसरा गिरफ्तार सत्यम कुमार उर्फ भोलू परिहार थाना क्षेत्र के मसहा निवासी अजीत कुमार का पुत्र है. सदर एसडीपीओ-1 ने शुक्रवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से इटली निर्मित पिस्टल, चार कारतूस, दो खोखा, 2860 रुपये, 1.200 किलोग्राम चरस, मोबाइल, बाइक व बसबिट्टा बाजार के दुकानदारों के नाम का और श्याम पांडेय का हस्ताक्षर किया गया 26 पूर्जा बरामद हुआ. इस मामले में मेजरगंज थाने में आर्म्स एक्ट समेत सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बकौल, सदर एसडीपीओ-1 पकड़े गये कुख्यात अपराधी श्याम पांडेय जिले के टॉप 10 में शुमार है. सीतामढ़ी के मेजरगंज एवं अन्य जगहों पर व्यवसायियों व दुकानदारों से अक्सर धमकी देकर रंगदारी की मांग की जाती थी. रंगदारी नहीं दिये जाने पर गोली मार देते थे. इस कुख्यात अपराधी के विरुद्ध मेजरगंज और बाजपट्टी थाना में हत्या, लूट, हत्या करने के लिए अपहरण, रंगदारी, शस्त्र अधिनियम आदि के एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. छापेमारी टीम में मेजरगंज थानाध्यक्ष ललित कुमार, पुअनि विजय कुमार, सपुअनि देवेंद्र कुमार, प्रपुअनि गुलशन कुमार, सैप बल व थाना के चौकीदार भी शामिल रहे.
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