रातो नदी में उफान से सिमियाही के तीन वार्डों में बिगड़े हालात, दर्जनों घरों में घुसा पानी

नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी वर्षा के चलते श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहनेवाली रातो नदी के जलस्तर में शुक्रवार की अहले सुबह

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2024 9:08 PM

सुरसंड. नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी वर्षा के चलते श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहनेवाली रातो नदी के जलस्तर में शुक्रवार की अहले सुबह पुनः हुई वृद्धि से दिवारी मतौना पंचायत की सिमियाही गांव की हालात काफी बिगड़ गयी है. वार्ड संख्या चार, पांच व छह में दर्जनों लोगों के घर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सामाजिक कार्यकर्ता शिवजी साह ने बताया कि जलस्तर में हुई वृद्धि की सूचना पर सीओ सतीश कुमार, राजस्व कर्मचारी रामेश्वर पासवान व भिट्ठा थाने की पुलिस वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया. साथ ही वार्ड संख्या पांच में बाढ़ से घिरे परिवारों को तत्काल मानेश्वर स्थान हाइस्कूल में शरण लेने को कहा. हालांकि वार्ड संख्या छह के एक दर्जन अनुसूचित जाति व अल्पसंख्यक परिवार गांव के ही स्कूल में शरण लिए हुए है. वार्ड सदस्य प्रतिनिधि नजरे आलम ने बताया कि वार्ड संख्या छह निवासी राजकिशोर मंडल व तौहीर अंसारी का घर गिर गया है. जबकि कई घरों के गिरने की आशंका बनी हुई है. लोग बांस बल्ला के सहारे अपने घरों को गिरने से बचाने के जुगत में लगे हुए हैं. अकील अंसारी, अमीन अंसारी, अंसारुल अंसारी, शाहिद रेजा, मंजूर अंसारी व मंसूर अंसारी समेत वार्ड संख्या चार व पांच व छह में दर्जनों लोगों का घर करीब दो से तीन फुट बाढ़ के पानी से चौतरफा घिरा हुआ है. छह सौ परिवार में से करीब तीन सौ परिवार बाढ़ से प्रभावित है. वहां के लोगों को रतजग्गा करने की विवशता है. उक्त गांव में जानेवाली एकमात्र आरइओ सड़क के टूट जाने से लोगों को लंबी दूरी तय कर अपने गंतव्य पर पहुंचने की मजबूरी है. वहीं वार्ड संख्या चार में जानेवाली पीसीसी सड़क समेत गांव के सभी रास्ते बाढ़ के पानी में डूब गया है. — एनएच 227 पर डेढ़ फुट पानी का बहाव इधर, भिट्ठामोड़ से रातो पुल के बीच एनएच 227 पर पुनः डेढ़ फुट पानी का बहाव हो रहा है. जबकि वार्ड संख्या पांच की स्थिति जस की तस बनी हुई है. उक्त वार्ड में जानेवाली एकमात्र पीसीसी सड़क पर पानी का तेज बहाव होने से लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है. लोगों को रोजमर्रा की सामान खरीदारी करने के लिए भिट्ठामोड़ चौक पर जाना भी मुश्किल हो गया है. प्रत्येक वर्ष रातो नदी का कहर झेल चुके अनुसूचित व पिछड़ी जाति के करीब पांच सौ परिवारों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है. मुखिया प्रतिनिधि राम विवेकी साह ने बताया कि गुरुवार को एनएच 227 पर से पानी उतर गया था. पर शुक्रवार की अहले सुबह जलस्तर में अचानक वृद्धि होने लगी. उन्होंने बताया कि वार्ड संख्या पांच में महिला पशु चिकित्सक द्वारा दवा का वितरण किया गया है. संवाद प्रेषण तक जलस्तर की स्थिति यथावत बनी हुई है.

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