मरहा हरदी नदी में उफान से राधाउर गांव का पश्चिमी सरेह डूबा
मरहा हरदी नदी में उफान से राधाउर गांव का पश्चिमी सरेह अथाह पानी में डूब गया है. राधेश्वर पोखर से वार्ड संख्या 12 दरगहिया
सुरसंड. मरहा हरदी नदी में उफान से राधाउर गांव का पश्चिमी सरेह अथाह पानी में डूब गया है. राधेश्वर पोखर से वार्ड संख्या 12 दरगहिया टोल (अनुसूचित जाति मोहल्ला) पानी में चारों तरफ से घिर गया है. उक्त वार्ड में जाने के लिए करीब दो दशक पूर्व बना खरंजा सड़क भी पानी में डूब गया है. जबकि ईंट सोलिंग के समय ही पुलिया का निर्माण कार्य आधा अधूरा छोड़ दिए जाने से वह भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. नतीजतन उक्त वार्ड में रहनेवाले करीब दो सौ परिवारों को घर से बाहर निकलने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा है. मानव के साथ-साथ पशु को भी बाढ़ की आफत झेलना पड़ रहा है. आपातकालीन स्थिति में मौत को गले लगाने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है. पंचायत के मुखिया रविशंकर ने बताया कि विगत पांच वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क व पुलिया निर्माण के लिए टेंडर हुआ था. पर, टेंडर रिवाइज के चलते अब तक सड़क व पुलिया का निर्माण नहीं हो सका है. बताया कि करीब दो सौ एकड़ खेतिहर भूमि के जलमग्न हो जाने से इस वर्ष धान की फसल पर फिर से ग्रहण लग गया है. मुखिया ने बताया कि उनके अथक प्रयास से मरहा नदी की उड़ाही के लिए इस वर्ष प्रशासनिक स्तर से सर्वे किया गया था. पर, लोकसभा चुनाव को ले अचार संहिता लग जाने के चलते उड़ाही कार्य पर ग्रहण लग गया. बताया गया कि बाढ़ पूर्व यदि नदी की उड़ाही हो गयी रहती तो दो सौ एकड़ खेतिहर भूमि जलजमाव से मुक्त हो गया रहता.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है