देश में आज लड़कियां लड़कों से किसी भी मामले में पीछे नहीं है. आप किसी भी परीक्षा का रिजल्ट उठाकर देख लीजिए वह हर परीक्षा में लड़कों से आगे है. उन्हें जब भी मौका मिलता है तो वह अपने प्रतिभा का लोहा भी मनवाती है. और समाज के लिए मिशाल पेश करती हैं. इसी कड़ी में सिवान की बेटी नूर परवीन का भी नाम शामिल है. जिन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा को पास करके अधिकारी बनने के साथ ही समाज के लिए मिसाल पेश किया है.
पांच बहनों में दूसरे नंबर पर हैं नूर परवीन
बता दें कि सिवान जिले के महाराजगंज प्रखंड के सिकटियां गांव में एक शिक्षक मोहम्मद युनूस अपनी पत्नी नूर और पांच बेटियों के साथ रहते हैं. उनकी बड़ी बेटी शिक्षिका के पद पर कार्यरत है. वहीं, उनकी दूसरी बेटी नूर परवीन बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा को पास करके श्रम प्रर्वतन पदाधिकारी बनी हैं. उनकी इस सफलता से न सिर्फ परिवार बल्कि पूरा गांव खुद को सम्मानित महसूस करता है.
पहले अटेंप्ट में नहीं मिली सफलता तो दूसरी बार की दोगुनी मेहनत
नूर परवीन ने बताया कि वह बीपीएससी के प्रथम अटेंप्ट में ही वह साक्षात्कार तक पहुंच गई थी, लेकिन मेरिट लिस्ट में उसका नाम नहीं आया. जिसके बाद उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में वह अपनी मंजिल तक पहुंचने में कामयाब रही. परवीन फिलवक्त गोपालगंज के बैकुंठपुर प्रखंड में श्रम प्रर्वतन पदाधिकारी के पद पर कार्यरत है. उनका कहना मेहनत कभी बेकार नहीं जाता. जितना मेहनत कीजिएगा उतना ही सफलता मिलेगा. बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं बस जरूरत है तो उनकी प्रतिभा को पहचानकर उन्हें सही समय पर सही मार्गदर्शन देने की. जो कि उनके परिवार ने उन्हें पूरी तरह से दिया है.