चार दिनों में आठ रेलयात्री बने िशकार
सीवान-भटनी रेलखंड पर नशा खिलाने वालों का बढ़ा आतंक सीवान : लंबे समय के अंतराल के बाद एक बार फिर सीवान-भटनी रेल खंड पर नशा खिलाने वाले गिरोह का आतंक काफी बढ़ गया है. पिछले चार दिनों में गिरोह ने आठ रेलयात्रियों को अपना निशाना बना लिया. ऐसी बात नहीं है कि रेल यात्रियों को […]
सीवान-भटनी रेलखंड पर नशा खिलाने वालों का बढ़ा आतंक
सीवान : लंबे समय के अंतराल के बाद एक बार फिर सीवान-भटनी रेल खंड पर नशा खिलाने वाले गिरोह का आतंक काफी बढ़ गया है. पिछले चार दिनों में गिरोह ने आठ रेलयात्रियों को अपना निशाना बना लिया. ऐसी बात नहीं है कि रेल यात्रियों को गिरोह के सदस्य ट्रेनों में ही अपना शिकार बनाते हैं. सीवान जंकशन पर भी यात्री के वेश में सक्रिय गिरोह के सदस्य नशा खिलाकर लूट लेते हैं.
रेल यात्रियों की सुरक्षा की जवाबदेही जीआरपी के साथ-साथ आरपीएफ की भी है.लेकिन इसके बावजूद रेल यात्री सुरक्षित नहीं हैं. जीआरपी के जिम्मे बस एक सूत्री कार्य है. सरकुलेंटिंग एरिया में खड़े वाहनों को पकड़ना. सीवान जंकशन पर चार जून को तीन, पांच जून को एक, आठ जून को तीन तथा नौ जून को एक यात्री को ट्रेन से जीआरपी ने उतारकर इलाज करवाया था.
मैरवा-भटनी रेल खंड गिरोह के लिए है सेफ जोन : मैरवा-भटनी रेलखंड गिरोह के लिए सेफ जोन माना जाता है. क्योंकि इस रेलखंड पर करीब 75 प्रतिशत ट्रेनों में स्कार्ट पार्टी नहीं रहती है. वहीं सीवान-भटनी रेलखंड के मैरवा व बनकटा स्टेशनों के बीच बिहार व यूपी की सीमा है. इस रूट की 75 प्रतिशत ट्रेनों में जीआरपी का स्कार्ट चलता है. मुख्यत: वैशाली, संपर्क क्रांति, अवध-असम एक्सप्रेस, चंडीगढ़ डिब्रुगढ़ जैसी प्रमुख ट्रेनों में आरपीएफ का स्काॅर्ट पार्टी यात्रियों की सुरक्षा में चलती है.
गोरखपुर की ओर से आने वाली ट्रेनों से देवरिया या भटनी तथा सीवान की ओर से जाने वाली ट्रेनों में सीवान या मैरवा में जीआरपी की स्कार्ट पार्टी ट्रेन से उतर जाती है. इसके बाद रेलयात्रियों को भगवान भरोसे यात्रा करनी पड़ती है. इसी कारण यह रेल खंड गिरोह के लिए सेफजोन माना जाता है.
इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह ने कहा कि विधि व्यवस्था कि जिम्मेवारी जीआरपी के जिम्मे है. इस प्रकार के मामले जीआरपी थाने में ही दर्ज होते है. हमलोगों को भी यात्री सुरक्षा की जिम्मेवारी मिली है. आरपीएफ द्वारा समय-समय पर रेल यात्रियों को विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों से जागरूक किया जाता है.