पीएचसी में हंगामा मामले में तीन प्राथमिकियां दर्ज
लकड़ीनबीगंज. शुक्रवार को नबीगंज पीएचसी में महिला की मौत के बाद हुए उपद्रव मामले में बसंतपुर थाने में तीन अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं. पहली प्राथमिकी मृत महिला के पति रामदयाल साह ने दर्ज करायी है. उनका आरोप है कि मेरी पत्नी ने रात में बारह बजे एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद […]
लकड़ीनबीगंज. शुक्रवार को नबीगंज पीएचसी में महिला की मौत के बाद हुए उपद्रव मामले में बसंतपुर थाने में तीन अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं. पहली प्राथमिकी मृत महिला के पति रामदयाल साह ने दर्ज करायी है.
उनका आरोप है कि मेरी पत्नी ने रात में बारह बजे एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. मैंने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर अरुण कुमार अविनाश से मिल इसकी जानकारी दी. उन्होंने मुझसे पंद्रह हजार रुपये तत्काल लाने को कहा. रात में रुपये लाने में मैंने असमर्थता व्यक्त की, तो वो नर्स को बता कर सोने के लिए जाने लगे. मैंने नर्स गीता कुमारी एवं डॉक्टर अरुण से मरीज को रेफर करने की बात कही. इसके बाद एंबुलेंस टेक्नीशियन जय प्रकाश मिश्र हमलोगों को धमकाने लगे.
अभी मेरी उनसे कहासुनी हो ही रही थी कि अस्पताल कैंपस में अवैध रूप से दवा दुकान चलाने वाले रवींद्र सिंह आकर बोले की मेरी पत्नी को ठीक करने वाली दवा बहुत महंगी है, लेकिन हम तुमको दे देते हैं. नर्स और टेक्नीशियन दवा ले जाकर इलाज की खानापूर्ति करने लगे. इसी बीच मेरी पत्नी की हालत बिगड़ गयी और उसकी मौत हो गयी. रवींद्र सिंह ने दवा के सात हजार रुपये मांगे तो मैंने तीन हजार रुपये दे दिये. मेरी पत्नी की जान इनकी ही लापरवाही की वजह से गयी है. दूसरी प्राथमिकी घायल डॉक्टर अरुण द्वारा नगर थाने में दिये गये बयान के अाधार पर दर्ज की गयी.
उन्होंने अस्पताल के सामान की तोड़फोड़ करने, आपातकालीन पंजी समेत अन्य पंजियों को नुकसान पहुंचाने व मारपीट का आरोप लगाया.
उन्होंने इस मामले में रामदयाल साह, शिवदयाल साह, मुकेश कुमार, अशोक यादव, सुनील सिंह, शंभू सिंह, मनोज सिंह, रामचंद्र सिंह, मंसूर अली, प्रदीप यादव को आरोपित किया है. तीसरी प्राथमिकी औषधि निरीक्षक महाराजगंज के द्वारा गुमटी में पायी गयीं दवाओं की जांच के बाद बसौली निवासी दवा दुकानदार रवींद्र सिंह के विरुद्ध दर्ज करायी गयी है. इधर, प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.