नयीदिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने आज सुप्रीमकोर्ट को सूचित किया कि सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में उसकी जांच काफी आगे बढ़ चुकी है. इस हत्याकांड में राजद के विवादास्पद नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन प्रमुख आरोपियों में हैं. न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की पीठ को जांच एजेंसी ने बताया कि वह दो सप्ताह के भीतर इस मामले में आरोप पत्र दायर करने वाली है.
जांच एजेंसी के वकील ने पीठ से कहा, इस मामले में जांच काफी आगे बढ़ चुकी है. निचली अदालत में दो सप्ताह के भीतर अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी जायेगी. इसके साथ ही उन्होंने पीठ से इस मामले की सुनवाई दो सप्ताह के लिये स्थगित करने का अनुरोध किया. इस पर शीर्ष अदालत ने दिवंगत पत्रकार की याचिकाकर्ता पत्नी आशा रंजन का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील से पूछा कि क्या उसे जांच एजेंसी के इस अनुरोध पर कोई आपत्ति है.
इस पर याचिकाकर्ता के वकील किस्लय पांडे ने कहा कि उनका एक मात्र अनुरोध है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पुत्र तेज प्रताप यादव के खिलाफ प्राथिमकी दर्ज की जाये. तेज प्रताप की फोटो शहाबुद्दीन के नजदीकी कथित शार्पशूटर के साथ मीडिया में आई थी और सीवान जिले के पुलिस अधीक्षक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. जांच एजेंसी के वकील ने कहा कि निचली अदालत में अंतिम रिपोर्ट दाखिल करने के बाद सभी पहलुओं पर गौर किया जायेगा.
न्यायालय ने इसके बाद इस मामले की सुनवाई 18 सितंबर के लिये स्थगित कर दी. इससे पहले, न्यायालय ने राजदेव रंजन हत्याकांड मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित करने के इरादे से करीब 45 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे शहाबुद्दीन को बिहार की सीवान जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांतरित कर दिया था.