हर घंटे बढ़ रहा सरयू का का जल स्तर

चिंताजनक. सिसवन में 49, तो दरौली में 33 सेमी खतरे के निशान से ऊपर बह रही सरयू सिसवन : सरयू नदी का पानी गंगपुर सिसवन में लगातार बढ़ रहा है. इसकी वजह से ग्यासपुर सिंसिमिया समेत कई जगहों पर नदी के तटबंध पर दबाव बढ़ रहा है. सिंसिमिया में तटबंध व पुल दोनों जगहों पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2017 9:27 AM
चिंताजनक. सिसवन में 49, तो दरौली में 33 सेमी खतरे के निशान से ऊपर बह रही सरयू
सिसवन : सरयू नदी का पानी गंगपुर सिसवन में लगातार बढ़ रहा है. इसकी वजह से ग्यासपुर सिंसिमिया समेत कई जगहों पर नदी के तटबंध पर दबाव बढ़ रहा है. सिंसिमिया में तटबंध व पुल दोनों जगहों पर पानी का रिसाव हो रहा है.
हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग रिसाव को रोकने के लिए काम करा रहा है. इधर, केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक सरयू नदी का जल स्तर सिसवन में खतरे के निशान से 49 सेमी ऊपर है. रविवार की दोपहर नदी का जल स्तर 57.53 मीटर रिकॉर्ड किया गया. यहां पिछले 24 घंटे में पांच सेमी जल स्तर बढ़ा है. वहीं अगले 24 घंटे में 12 सेमी ऊपर बढ़ने का अनुमान है. साथ ही सरयू की बाढ़ में अगले तीन दिनों तक सुधार की गुंजाइश नहीं है.
नदी के जल स्तर में हर घंटे बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. वहीं, दरौली में भी नदी के जल स्तर में वृद्धि देखने को मिली है. यहां एक रोज पहले तक सरयू 25 सेमी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. रविवार को इसमें इजाफा देखने को मिला. नदी खतरे के निशान से 33 सेमी ऊपर बह रही है. इधर पानी के दबाव से सिसवन में मांझी-रघुनाथपुर स्टेट हाइवे पर स्थित नदी का सिंसिमिया स्लुइस गेट में धंसान हो रहा है व बाढ़ का पानी रिस रहा है.
अचानक जल स्तर बढ़ने से दहशत में ग्रामीण : रघुनाथपुर. शनिवार के रात्रि अचानक नदी का जलस्तर बढ़ जाने से रघुनाथपुर के नवादा, हरपुर, वैश्य के बारी, बडुआ, कौसड, गभीरार आदि गांवों ग्रामीण दहशत में हैं. गांव के दक्षिण बांध के समीप पानी आ जाने से ग्रामीणों में भय व्याप्त है. इधर, नवादा गांव के समीप एक स्लुइस गेट के पास से पानी गांव में घुसने की सूचना पर तुरंत सीओ बृजबिहारी कुमार ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा ले मरम्मती कार्य शुरू करवाया. हरपुर के ग्रामीणों की मानें तो रात में वर्तमान स्थिति से करीब 400 मीटर दूर पानी था, जबकि अब पानी बांध के बिल्कुल नजदीक आ गया है. इससे दियारा क्षेत्र में करीब सैकड़ों एकड़ भूमि जलमग्न हो गयी है. इसमें किसानों के मक्का, अरहर, धान, बाजरा, मसूर आदि फसल की भारी क्षति पहुंची है. सीओ बृज बिहारी कुमार ने बताया कि क्षेत्र के तटबंधों पर लगातार नजर रखी जा रही है.कुछ जगहों पर तटबंधों पर मरम्मत की जरूरत है, जहां अधिकांश जगहों पर मरम्मत करा दी गयी है, जो बचा है वहां कार्य चल रहा है.

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