सर्पदंश से पीड़ित की गयी जान
मैरवा : सर्पदंश के वैक्सीन के अभाव में एक अधेड़ की मौत हो गयी. यह आरोप मृतक के भतीजे ने लगाया. उसका कहना है कि सर्पदंश के बाद उसने रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी को फोन कर वैक्सीन होने की जानकारी ली. इस पर उन्होंने वैक्सीन नहीं होने की बात कही. इसके बाद हमलोग […]
मैरवा : सर्पदंश के वैक्सीन के अभाव में एक अधेड़ की मौत हो गयी. यह आरोप मृतक के भतीजे ने लगाया. उसका कहना है कि सर्पदंश के बाद उसने रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी को फोन कर वैक्सीन होने की जानकारी ली. इस पर उन्होंने वैक्सीन नहीं होने की बात कही.
इसके बाद हमलोग चाचा को लेकर सीवान जाने लगे. इसी क्रम में रास्ते में उनकी मौत हो गयी. वहीं चिकित्सा पदाधिकारी का कहना है कि अस्पताल में वैक्सीन की उपलब्धता है. मरीज यहां आया ही नहीं है. हालत खराब बताने पर मरीजके परिजन को सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी गयी थी. युवक का आरोप गलत है.
मालूम हो कि इंगलिश पंचायत के दरगाह निवासी मो. कलीम मंगलवार की शाम धान की खेत की तरफ गये हुए थे. खेत घूमने के बाद वह वापस घर आने के लिए लौट रहे थे. इसी दरम्यान पगडंडी पर एक विषैला सर्प ने उन्हें डस लिया. इसके बाद परिजन उन्हें इलाज के लिए ले जाने की तैयारी करने लगे. रेफरल अस्पताल से संपर्क किया तो पता चला कि अस्पताल में सर्पदंश की वैक्सीन नहीं नहीं है.इसके बाद लोग उन्हें सीवान ले जाने लगे, परंतु सीवान पहुंचते ही उनकी मौत हो गयी.
घटना से दुखी उनके भतीजा सह राजद नेता मो. इकबाल ने कहा कि मैरवा रेफरल अस्पताल में सर्पदंश की वैक्सीन होती शायद उसके चाचा की जान बच जाती. वहीं प्रभारी श्री ओझा ने उसके आरोप को निराधार बताया. उनका कहना था कि अस्पताल में वैक्सीन उपलब्ध है. इधर अधेड़ की मौत के बाद उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है.